अशोकनगर में कांग्रेस का न्याय सत्याग्रह, PCC चीफ के खिलाफ FIR के विरोध में प्रदेश भर से जुटे कार्यकर्ता


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स्टोरी हाइलाइट्स

आंदोलन को लेकर पूरे अशोकनगर जिले में राजनीतिक गतिविधियां जोरों पर हैं, कांग्रेस कार्यकर्ताओं की भारी भीड़ जुटने की संभावना को देखते हुए प्रशासन ने सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए हैं..!

मध्य प्रदेश कांग्रेस मंगलवार 8 जुलाई को अशोकनगर में "न्याय सत्याग्रह" कर रही है। पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी के खिलाफ मुंगावली थाने में दर्ज FIR के विरोध में यह आंदोलन किया जा रहा है।

आंदोलन को लेकर पूरे जिले में राजनीतिक गतिविधियां जोरों पर हैं। कांग्रेस कार्यकर्ताओं की भारी भीड़ जुटने की संभावना को देखते हुए प्रशासन ने सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए हैं।

कांग्रेस के न्याय सत्याग्रह के लिए अशोकनगर में पुरानी कृषि उपज मंडी को सभा स्थल बनाया गया है। यहीं से आंदोलन की शुरुआत होगी और इसके बाद सभी नेता और कार्यकर्ता मुंगावली थाने में सरेंडर करने जाएंगे। कांग्रेस का दावा है कि इस सत्याग्रह में प्रदेश भर से 12 से 15 हजार कार्यकर्ता शामिल हो रहे हैं। इसके लिए आसपास के जिलों से कार्यकर्ता बसों, जीपों और निजी वाहनों से अशोकनगर पहुंच रहे हैं। 

विपक्ष के नेता उमंग सिंघार करीब 100 वाहनों के काफिले के साथ अशोकनगर पहुंचे। रास्ते में पुलिस ने गुना जिले के पंचमुखी हनुमान मंदिर के पास उनके काफिले के वाहनों की चेकिंग की, जिस पर सिंघार ने नाराजगी जताते हुए कहा- "क्या हम बम, हथियार या मिसाइल लेकर जा रहे हैं? हमें क्यों परेशान कर रहे हैं?" इस पर पुलिस अधिकारियों ने जवाब दिया कि यह कार्रवाई उनकी अपनी सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए की जा रही है।

उन्होंने एक्स पर लिखा- "आज न्याय सत्याग्रह में शामिल होने के लिए अशोकनगर जाते समय पुलिस द्वारा मेरी गाड़ी को चेकिंग के नाम पर रोका गया और प्रोटोकॉल का उल्लंघन किया गया! साथ ही रास्ते में जगह-जगह कांग्रेस कार्यकर्ताओं को रोका जा रहा है। कांग्रेस के साथियों का जोश देखकर सरकार डर गई है और तानाशाही पर उतर आई है! हम रुकेंगे नहीं, झुकेंगे नहीं!"

पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह, विधायक जयवर्धन सिंह और प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी भी इस आंदोलन में शामिल हो रहे हैं। कार्यक्रम से पहले दिग्विजय सिंह अशोकनगर में कार्यक्रम स्थल पर पहुंचे। नेता मंच से राज्य सरकार और पुलिस प्रशासन पर निशाना साध रहे कते हैं।

सभा स्थल के तीन में से दो गेट बंद कर दिए गए हैं और एक मुख्य गेट से ही आवाजाही की अनुमति है। शहर के मुख्य नाकों पर बैरिकेड्स लगा दिए गए हैं। साथ ही अशोकनगर और गुना जिले की सीमाओं पर आने-जाने वालों की सघन चेकिंग की जा रही है। पुलिस ने अशोकनगर मंडी से लेकर मुंगावली थाने तक पूरे मार्ग पर सुरक्षा बल तैनात कर दिया है।

न्याय सत्याग्रह के बाद संभावित गिरफ्तारियों के मद्देनजर प्रशासन ने करीब 40 बसों की व्यवस्था की है। गिरफ्तार कांग्रेस कार्यकर्ताओं को मुंगावली की खुली जेल में अस्थाई तौर पर रखा जाएगा। वहीं पुलिस बल और प्रशासनिक अधिकारी पूरी स्थिति पर नजर रखे हुए हैं।

कांग्रेस नेताओं का आरोप है कि प्रदेश में लोकतंत्र की आवाज दबाने की कोशिश की जा रही है और जीतू पटवारी के खिलाफ दर्ज FIR इसी रणनीति का हिस्सा है। पार्टी इसे लोकतंत्र की लड़ाई मान रही है और इसके तहत पूरे प्रदेश में कार्यकर्ताओं को लामबंद कर 'न्याय सत्याग्रह' चलाया जा रहा है।