देश भर में आज धनतेरस (10 नवंबर) की धूम है। धनतेरस के साथ ही पांच दिवसीय दीपोत्सव की शुरुआत भी हो गई। धनतेरस हर साल कार्तिक माह में कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी को मनाया जाता है। भगवान धनवंतरी के जन्म से जुड़े इस पर्व पर धन और समृद्धि के लिए धनतेरस मंत्र के साथ देवी लक्ष्मी और भगवान कुबेर की पूजा की जाती है।
आज धनतेरस के दिन 4 राजयोग और एक 1 शुभ योग बन रहा है। इन 5 योगों के कारण इस बार का धनतेरस बहुत खास है। धनतेरस के दिन सोना, चांदी और बर्तन खरीदने की परंपरा है। धनतेरस के दिन ये चीजें घर में लाने से बरकत होती है।
धनतेरस के दिन आज प्रीति योग बन रहा है। यह योग शाम 05:06 बजे के बाद बन रहा है, जो पूरी रात रहेगा। इस बार खरीददारी के लिए धनतेरस पर दोपहर से शाम तक शुभ समय रहेगा। दोपहर 12 बजकर 56 मिनट से 2 बजकर 6 मिनट तक और फिर शाम 4 बजकर 16 मिनट से 5 बजकर 26 मिनट तक का समय खरीदारी के लिए उत्तम है।
धनतेरस पूजा का शुभ मुहूर्त
प्रदोष काल 10 नवंबर को शाम 5 बजकर 46 मिनट से रात 8 बजकर 25 मिनट तक है। वहीं वृषभ लग्न का मुहूर्त- शाम 6 बजकर 8 मिनट से रात्रि 8 बजकर 5 मिनट तक है। दीपदान के लिए शुभ मुहूर्त शाम 5 बजकर 46 मिनट से लेकर रात्रि 8 बजकर 26 मिनट तक का समय शुभ है।