हिंदू धर्म में अक्षय तृतीया का दिन बहुत ही खास माना जाता है। इस दिन माता लक्ष्मी की पूजा करने का विधान है। हिंदू धर्म में अक्षय तृतीया का बहुत बड़ा धार्मिक महत्व है। अक्षय तृतीया का दिन बहुत ही शुभ माना जाता है। इस साल अक्षय तृतीया 30 अप्रैल को मनाई जा रही है। इस शुभ दिन नई चीजें जरूर खरीदनी चाहिए। इसके साथ ही इस मौके पर दान भी करना चाहिए तो चलिए जानते हैं इस दिन से जुड़ी मुख्य बातें।
अक्षय तृतीया जिसे आखा तीज के नाम से भी जाना जाता है। हर साल यह त्यौहार हिंदू महीने वैशाख के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को मनाया जाता है। कहा जाता है कि इस दिन सोना, चांदी या अन्य नई चीजें खरीदनी चाहिए। इसके साथ ही मां लक्ष्मी की पूजा भी करनी चाहिए, तो आइए जानते हैं इस दिन से जुड़ी मुख्य बातें।
अक्षय तृतीया के दिन पूजा और सोने की खरीदारी का बहुत महत्व है> इस दिन शुभ मुहूर्त में पूजा करने से शुभ फल मिलते हैं।
अक्षय तृतीया के दिन सत्तू, खीर, हलवा, चने की दाल, मौसमी फल और मिठाई आदि का भोग लगाना बहुत शुभ माना जाता है। इससे घर में लक्ष्मी का स्थायी वास होता है।
अक्षय तृतीया के दिन सुबह उठकर स्नान करें और लाल वस्त्र पहनें। घर के मंदिर को साफ करें और वेदी पर लाल या पीला कपड़ा बिछाएं। भगवान विष्णु और देवी लक्ष्मी की मूर्ति स्थापित करें। उन्हें गंगाजल से स्नान कराएं और रोली, चंदन, अक्षत, फूल, धूप और दीप अर्पित करें। भगवान विष्णु और देवी लक्ष्मी के वैदिक मंत्रों का जाप करें। विष्णु सहस्रनाम का पाठ करना भी बहुत शुभ माना जाता है।
खीर का भोग लगाएं। अंत में आरती करें और सभी को प्रसाद बांटें।
अक्षय तृतीया का पूजा मंत्र इस प्रकार से हैं।
ॐ श्रीं ह्रीं श्री कमले कमलालये प्रसीद प्रसीद ॐ श्रीं ह्रीं श्री महालक्ष्मये नमः।