अभिनेता गोविंदा मुश्किलों में फंसते दिख रहे हैं। उनका नाम एक हजार करोड़ के पैन इंडिया ऑनलाइन पॉन्जी स्कैम में आया है। कहा जा रहा है कि गोविंदा से 'द ओडिशा इकोनॉमिक ऑफेसिस विंग' पूछताछ करेगी। गोविंदा को नोटिस भेजा गया है। बताया जाता है कि गोविंदा ने सोलर टेक्नो अलांयस कंपनी को अपने कुछ वीडियोज में एंडॉर्स किया है।
डीएसपी भुवनेश्वर शाश्मिता साहू ने कहा है कि हाई कोर्ट से मिली जानकारी के बाद हमने एसटीए के खिलाफ जांच शुरू कर दी है। एसटीए ने खुद का टोकन लॉन्च किया है, जिसे एसटीए टोकन नाम दिया गया है। इसे 'भद्रक' पॉन्जी स्कीम या मल्टी-लेवल मार्केटिंग के रूप में प्रमोट किया जा रहा है। इसमें स्कीम के तहत लोगों को जोड़कर एसटीए में शामिल होने के लिए कहा जाता है तथा एक चेन सिस्टम चलता है।
ईओडब्ल्यू के मुताबिक़ जुलाई में गोवा के एक आलीशान सितारा होटल में आयोजित एसटीए के एक मेगा कार्यक्रम में गोविंदा ने भाग लिया था। इसमें फिल्म स्टार गोविंदा ने भी एसटीए को प्रमोट करते हुए कुछ वीडियो जारी किए थे। अब ईओडब्ल्यू घोटाले में उनकी संलिप्तता की प्रकृति का पता लगाने की कोशिश कर रहा है। अगर उनकी संलिप्तता केवल समर्थन तक सीमित लगती है तो मामले में उन्हें गवाह के रूप में इस्तेमाल भी किया जा सकता है।