"साराभाई वर्सेस साराभाई" में अपनी भूमिका के लिए मशहूर लोकप्रिय अभिनेता सतीश शाह का 25 अक्टूबर को निधन हो गया। 74 वर्षीय अभिनेता किडनी की समस्या से पीड़ित थे।
"साराभाई वर्सेस साराभाई", "जाने भी दो यारो" और "मैं हूँ ना" जैसी फिल्मों में अपनी भूमिकाओं के लिए मशहूर अभिनेता कुछ समय से किडनी की समस्या से जूझ रहे थे और हाल ही में उनका किडनी ट्रांसप्लांट हुआ था।
उनके मैनेजर रमेश ने इस खबर की पुष्टि करते हुए बताया कि उनका पार्थिव शरीर अस्पताल में है और उनका अंतिम संस्कार रविवार को किया जाएगा। रमेश ने कहा, "दोपहर लगभग 2 से 2:30 बजे उनका निधन हो गया। परिवार अंतिम संस्कार की तैयारियाँ कर रहा है।"
1950 या 1951 में गुजरात के मांडवी में जन्मे सतीश रविलाल शाह ने जेवियर्स कॉलेज से स्नातक की उपाधि प्राप्त की और बाद में भारतीय फिल्म एवं टेलीविजन संस्थान से शिक्षा प्राप्त की। सतीश शाह 250 से ज़्यादा फिल्मों और कई टेलीविजन शो में नज़र आ चुके हैं। चार दशकों से ज़्यादा के करियर में, सतीश शाह फिल्मों और टेलीविजन दोनों में अपनी यादगार भूमिकाओं के ज़रिए घर-घर में मशहूर हो गए। उन्हें 1983 की व्यंग्यात्मक फिल्म "जाने भी दो यारो" में उनके काम के लिए विशेष पहचान मिली, जिसमें उन्होंने कई किरदार निभाए।
उनकी फिल्मो में "हम साथ-साथ हैं," "मैं हूं ना," "कल हो ना हो," "कभी हां कभी ना," "दिलवाले दुल्हनिया ले जाएंगे," और "ओम शांति ओम" जैसी हिट फिल्में शामिल हैं।
टेलीविजन पर, "साराभाई वी साराभाई" में इंद्रवदन साराभाई का शाह का किरदार भारतीय टेलीविजन इतिहास में सबसे प्रसिद्ध हास्य भूमिकाओं में से एक है। उन्होंने 1984 के लोकप्रिय सिटकॉम "ये जो है जिंदगी" में भी अभिनय किया, जिसकी आज भी चर्चा होती है। 2014 में उनकी फिल्म "हमशकल्स" फ्लॉप होने के बाद उन्होंने फिल्मों के ऑफर स्वीकार करना बंद कर दिया।
पुराण डेस्क