मोदी सरकार का अंतरिम बजट आर्थिक-सामाजिक-राजनीतिक एवं नैतिक झूठ


स्टोरी हाइलाइट्स

अंतरिम बजट पर मध्यप्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी की प्रतिक्रिया

मध्यप्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने  केंद्र सरकार के अंतरिम बजट पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि यह अंतरिम बजट चार प्रकार के झूठों का मिश्रण है। इस बजट में गरीब और मध्यम वर्ग की अनदेखी की गई है, बजट में कुछ भी ऐसा नहीं है जिससे गरीबों को कोई बड़ी राहत महंगाई से मिल सके। मोदी सरकार के अंतरिम बजट का सार केवल चार प्रकार के झूठ हैं और वो झूठ हैं  आर्थिक झूठ, सामाजिक झूठ, राजनीतिक झूठ एवं नैतिक झूठ।

पटवारी ने कहा कि 80 करोड़ लोगों को मुफ्त अनाज देने वाली केंद्र सरकार दावा कर रही है कि 25 करोड़ लोगों को गरीबी से बाहर निकाला, यह भाजपा का वर्ष 2024 में बोला गया सबसे बड़ा “आर्थिक झूठ” है। क्योंकि, मैं जिस देश में रहता और लोगों से मिलता हूं वहां गरीबों की परिभाषा अलग है और भाजपा के सरकारी कागजों में गरीब की उपस्थिति अलग तरह से दिखाई और दर्शायी जा रही है।

प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष पटवारी ने आगे कहा कि मेरे मध्यप्रदेश में ही "लाड़ली बहना योजना" में ₹3000 प्रतिमाह देने का दावा कर, वादे से मुकरने वाली भाजपा सरकार यदि करीब एक करोड़ महिलाओं को लखपति दीदी बनाने का दावा कर रही है तो इसे  मैं वर्ष 2024 में बोला गया सबसे बड़ा “सामाजिक झूठ” कहूंगा।

इसके साथ ही सच्चाई यह है कि पिछले 45 सालों में देश में सबसे अधिक बेरोजगारी है. लेकिन, झूठ के पांवों पर दौड़ने वाली भाजपा सरकार का दावा है कि 54 लाख युवाओं को प्रशिक्षित किया गया है, हर साल 2 करोड़ नौकरी के झूठ को देश का युवा पहचानता है इसलिए भाजपा के असली चेहरे और चरित्र को भी अब बखूबी जानता है. इसे भी मैं वर्ष 2024 में बोला गया सबसे बड़ा “राजनीतिक झूठ” कहूंगा।

पटवारी ने कहा कि मोदी सरकार ने किसानों की आय दोगुनी करने का ढोल इतना पीटा कि वह फट गया लेकिन नैतिकता के नाम पर 'तीन काले क़ानून' जैसी अनैतिक नीतियां बनाने वाली भाजपा अब उस फटे हुए ढोल को भी जोर-जोर से बजा रही है! गरीबी में फंसा, महंगाई से लड़ता, कर्ज में डूबा किसान इस बात को जानता है कि आय तो दोगुनी नहीं हुई, लागत जरूर चार गुना बढ़ गई है. लेकिन केंद्रीय वित्त मंत्री की बजट-बुक कह रही है कि पीएम किसान योजना से 11.8 करोड़ लोगों को आर्थिक मदद मिली है इसे मैं वर्ष 2024 में बोला गया सबसे बड़ा “नैतिक झूठ” कहूंगा।