मप्र में मुख्यमंत्री के चयन, शपथ के बारह दिन बाद बन सके मंत्रिमंडल के बाद अब मंत्रियों के विभाग वितरण पर सस्पेंस बना हुआ है। मंत्रियों की शपथ के 50 घंटे बाद भी विभाग वितरण नहीं हो सका है, इसके चलते सरकारी महकमों में अभी कामकाज को लेकर भी अनिश्चितता बनी हुई है। यह स्थिति विभागों में चुनाव अक्टूबर में आचार संहिता के ऐलान के समय से ही है।
उधर डिप्टी सीएम राजेंद्र शुक्ला को मंत्रालय में कक्ष आवंटित हो गया है, उनका कक्ष वही है जिसमें पहले गृहमंत्री बैठते थे। इससे विभाग आवंटन के कयास लगाए जा रहे हैं। जानकार सूत्र बताते हैं कि विभागों पर चर्चा के लिये मुख्यमंत्री मोहन यादव दिल्ली भी जा सकते हैं। अभी राजस्थान में भी विभाग वितरण नहीं हुआ है, इसलिये भाजपा हाइकमान दोनों राज्यों में फैसले के पहले हर पहलू पर विचार करना चाहता है।
जानकार सूत्रों की मानें तो कुछ बड़े व महत्वपूर्ण विभागों को लेकर भाजपा हाइकमान व मुख्यमंत्री के बीच चर्चा के बाद स्थिति साफ' हो चुकी है, लेकिन अन्य लगभग दो दर्जन महकमों को लेकर अंतिम निर्णय नहीं हो पा रहा है, इनमें स्वतंत्र प्रभार वाले व राज्यमंत्री के मामले शामिल हैं। माना जा रहा है कि यदि इस पर निर्णय हो गया तो विभाग वितरण का काम आज देर शाम तक भी हो सकता है।