Kuno National Park : चीता वीरा के शावक की मौत, 24 घंटे पहले ही खुले जंगल में भरी कुलांचें


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स्टोरी हाइलाइट्स

कूनो नेशनल पार्क में चीता प्रोजेक्ट को बड़ा झटका, चीता वीरा का 10 महीने का शावक मृत, खुले जंगल में छोड़े जाने के कुछ ही घंटों बाद मां से अलग हो हुआ शावक..!!

Kuno National Park : कूनो नेशनल पार्क से एक और दुखद खबर सामने आई है। शुक्रवार 5 दिसंबर की दोपहर कूनो नेशनल पार्क के पारोंड इलाके में 10 महीने के साउथ अफ्रीकन चीता शावक का शव मिला। एक दिन पहले ही मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने वीरा और उसके दो शावकों को खुले जंगल में छोड़ा था। छोड़े जाने के कुछ ही घंटों बाद शावक अपनी मां से बिछड़ गया।

फॉरेस्ट डिपार्टमेंट ने शावक की मौत की पुष्टि की और कहा कि मौत का सही कारण पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के बाद ही पता चलेगा। शुरुआती जांच में चोट, संघर्ष या हमले के कोई निशान नहीं मिले।

चीता प्रोजेक्ट के फील्ड डायरेक्टर उत्तम कुमार शर्मा ने कहा कि वीरा और उसका दूसरा शावक सुरक्षित हैं और उन पर लगातार नज़र रखी जा रही है। उन्होंने कहा कि एक टीम पार्क में चीतों की एक्टिविटी और हेल्थ पर 24 घंटे नज़र रख रही है। शावक की मौत के साथ, कूनो नेशनल पार्क में चीतों की कुल संख्या 28 हो गई है। 8 बड़े चीते (5 मादा, 3 नर) और 20 शावक भारत में पैदा हुए हैं। सभी चीते स्वस्थ बताए जा रहे हैं।

पिछले दो सालों में कुनो में चीतों और शावकों की कई मौतें हुई हैं। यहाँ तारीखों और कारणों की क्रोनोलॉजिकल लिस्ट दी गई है:

* 26 मार्च, 2023  को नामीबिया की एक मादा चीता, साशा, पहले से ही किडनी इन्फेक्शन से पीड़ित थी, जिससे उसकी मौत हो गई।

* 27 मार्च, 2023 को ज्वाला ने चार बच्चों को जन्म दिया, जिससे चीतों की कुल संख्या 23 हो गई।

* 23 अप्रैल, 2023 को साउथ अफ्रीका से लाए गए एक नर चीते, उदय की हार्ट फेलियर से मौत हो गई।

* 9 मई, 2023 को दक्षा की मेटिंग के दौरान मौत। नर चीते ने दक्षा को अपने पंजे से घायल कर दिया। इसके बाद, कूनो में बच्चों समेत चीतों की संख्या घटकर 21 हो गई।

* 23 मई, 2023 – चीता ज्वाला के एक शावक की हीटस्ट्रोक और डिहाइड्रेशन के चलते मौत हो गई। 23 मई को श्योपुर में बहुत ज़्यादा गर्मी थी। पूरे दिन गर्म हवाएं और लू चलती रही। इसके बाद, कूनो में शावकों समेत तेंदुओं की संख्या घटकर 20 हो गई।

* 25 मई, 2023 को ज्वाला के दो और शावकों की मौत हो गई। बताया गया कि ज़्यादा तापमान और लू की वजह से उनकी सेहत बिगड़ गई थी। इसके बाद, कूनो में एक शावक समेत 18 चीता रह गए।

* 11 जुलाई, 2023को नर चीता तेजस की गर्दन पर लगे घावों से ऐसा माना जा रहा था कि संघर्ष में उसकी मौत हो गई। इसके बाद, कूनो में 17 चीता रह गए।

* 14 जुलाई, 2023 को नर चीता सूरज की मौत। चीता सूरज की गर्दन पर भी घाव मिला था। इसके बाद, नेशनल पार्क में चीतों की संख्या घटकर 16 हो गई।

* 2 अगस्त, 2023 को मादा चीते की मौत। पोस्टमॉर्टम में मौत का कारण इंफेक्शन बताया गया। इसके बाद, चीतों की संख्या घटकर 15 हो गई।

* 3 जनवरी, 2024 - मादा आशा ने तीन बच्चों को जन्म दिया। कूनो में अब चार बच्चों समेत कुल 18 चीते हैं।

* 16 जनवरी, 2024 - नर चीता शौर्य की मौत। 17 सितंबर, 2022 को नामीबिया से कूनो नेशनल पार्क लाए गए नर चीते शौर्य की मौत हो गई है। उस समय, चार बच्चों समेत 17 चीते बचे थे।

* 5 अगस्त, 2024 – चीता गामिनी के शावक की रीढ़ की हड्डी टूटने से मौत। पेट्रोलिंग के दौरान, मादा चीता गामिनी अपने शावक को घसीटते हुए देखी गई। रीढ़ की हड्डी टूटने से वह गंभीर रूप से घायल हो गया। सात दिन के इलाज के बाद उसकी मौत हो गई।

* 27 अगस्त, 2024 को नामीबिया से लाए गए नर पवन चीता की बॉडी झाड़ियों के बीच एक नाले में मिली। उसका सिर और आधा शरीर पानी में डूबा हुआ था।

* 28 नवंबर, 2024 को निरवा के दो नए जन्मे शावकों की मौत। जन्म के पांच दिन ही दोनों की मौत हो गई। दोनों की बॉडी कटी-फटी हालत में मिली।