मध्य प्रदेश में बारिश ने जमकर कहर बरपाया है। बारिश के चलते मैहर जिले में भारी बारिश के कारण एक बांध ताश के पत्तों की तरह ढह गया। ये बांध राजाओं के जमाने का है, इसलिए इसे राजा बांध के नाम से जाना जाता है।
राजा बांध मैहर जिला मुख्यालय से 42 किमी दूर है। इस बांध से बंशीपुर सहित चार गांव सीधे मैहर जिला मुख्यालय से जुड़े हुए हैं। एक साल पहले करीब सात लाख की लागत से पुस्कर योजना के तहत बांध का रखरखाव किया गया था, लेकिन पानी के तेज बहाव के कारण बांध पूरी करह से ढह गया। जिससे बांध की गुणवत्ता और रखरखाव की पोल खुल गई।
हैरानी की बात यह है कि बांध टूटने के कई घंटे बीत चुके हैं और तकरीबन आधा दर्ज गांवों का संपर्क मैहर ज़िला मुक्यालय से टूट गया है। लेकिन अब तक जिले के अधिकारियों ने इसकी सुध तक नहीं ली।
अधिकारियों का कहना है, कि यह बांध काफी पुराना है। उन्हें नहीं पता कि कितने गांवों का संपर्क टूट गया है। सीईओ ने बताया कि बांध का रखरखाव पुस्कर योजना के तहत किया गया, जिसकी निर्माण एजेंसी ईआरईएस है। न सिर्फ पुल बल्कि बांध के दोनों तरफ की 50 से 60 मीटर सड़क भी बह गई, जिसके लिए उन्होंने जांच के बाद कार्रवाई करने की बात कही है।