शिलान्यास पट्टी पर नाम ना होने पर भड़के नेताजी


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स्टोरी हाइलाइट्स

सभास्थल पहुंचकर शिला पट्टी को गेंती से किया चकनाचूर, नेताजी को शिलान्यास के पत्थर पर अपना नाम नहीं लिखा मिला, तो सभा की मौजूदगी में गेंती से तोड़ दी शिलापट्टी..!!

राजनीति में नाम की बड़ी महिमा है। हर जगह नाम का ही बोलवाला है। ताज़ा मामला बीना के वीर सावरकर वार्ड से सामने आया है। जहां शिलान्यास के पत्थर पर नेताजी का नाम नहीं लिखा मिला, तो वे सभा स्थल पर पहुंच गए और शिलापट्टी पर अपना नाम ना पाकर भड़क गए। गुस्से से आगबबूला होकर उन्होंने शिलान्यास का पत्थर ही तोड़ दिया। वजह शिलान्यास के पत्थर पर नगर निगम के उपाध्यक्ष रमाकांत बिलगैय्या का नाम नहीं लिखा था। नेताजी को ये बात नागवार गुजरी। 

दरअसल, वीर सावरकर वार्ड के नगर निगम के उपाध्यक्ष रमाकांत बिलगैय्या ने गुस्से में शिलान्यास का पत्थर इसलिए तोड़ दिया क्योंकि उस पर उनका नाम नहीं लिखा था। ये घटना श्री शांतिनाथ दिगंबर जैन मंदिर के पास हुई। 15.60 लाख रुपये की लागत से बनने वाली सड़क के शिलान्यास समारोह के दौरान उपाध्यक्ष को पता चला कि उस पर उनका नाम नहीं है। इससे वो नाराज हो गए। 

उपाध्यक्ष बिलगैंया का आरोप है कि नगर पालिका के सीएमओ रामप्रकाश जगनेरिया जानबूझकर उनकी अनदेखी कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि हर सरकारी कार्यक्रम में उनकी अनदेखी की जाती है। उनके अनुसार शिलान्यास पत्थर पर उनका नाम ना लिखा जाना उनके पद और सम्मान का अपमान है।

इस घटना के बाद विधायक निर्मला सप्रे और नगर पालिका अध्यक्ष लता सकवार ने भी उपाध्यक्ष का समर्थन किया। दोनों ने सीएमओ से कहा कि शिलान्यास पत्थर पर उपाध्यक्ष का नाम ना लिखा जाना गलत है। 

स्थिति को संभालने के लिए बाद में दोबारा शिलान्यास समारोह आयोजित किया गया। मजेदार बात यह रही कि कार्यक्रम स्थल पर हंगामा करने के तुरंत बाद नगर पालिका उपाध्यक्ष रमाकांत भी पूजा स्थल पर बैठ गए और पूजा-अर्चना करने लगे।