स्टोरी हाइलाइट्स
डिप्रेशन में होते वक़्त कुछ भी अच्छा नहीं लगता है. किसी से बात करना, कुछ काम करना, टीवी देखना, गाने सुनना, काम पर जाना, दोस्तों के साथ सोशलाइज होना या फिर कुछ भी हो सब बुरा ही लगता है.
इन तरीकों से करें अपने डिप्रेशन को दूर
डिप्रेशन में होते वक़्त कुछ भी अच्छा नहीं लगता है. किसी से बात करना, कुछ काम करना, टीवी देखना, गाने सुनना, काम पर जाना, दोस्तों के साथ सोशलाइज होना या फिर कुछ भी हो सब बुरा ही लगता है. ज्यादा दिनों तक ऐसा रहना भी खतरनाक है. इससे दूर होने के लिए जल्द ही आपको प्रयास करने चाहिए. कुछ तरीके हैं जो आपके डिप्रेशन को दूर केर सकता है. डिप्रेशन में रहने का मतलब अपने मूड को खराब रखना नहीं होता. आप डिप्रेशन में भी खुद को खुश रख सकते हैं लेकिन इसके लिए आपको कुछ खास तरीके अजमाने होंगे. जी हाँ आज जानते हैं डिप्रेशन में रहकर भी अपने मूड को ठीक रखने के 8 तरीकों के बारे में.
एक ग्रुप तैयार करें
डिप्रेशन से बाहर निकलने का सबसे बड़ा मंत्र है खुद की मदद करना. दवा और इलाज के अलावा मजबूत सामाजिक ग्रुप तैयार करना. ग्रुप तैयार करने का मतलब दोस्तों या परिवार के साथ मजबूत संबंध बनाना हो सकता है. आप अपने प्रियजनों को डिप्रेशन से बहार निकले की दिशा में मदद में ले सकते हैं. इस ग्रुप में एक समुदाय समूह शामिल हो सकता है जो आपके इलाके में ही मौजूद हो या आपको एक ऑनलाइन सपोर्ट दे सकता है.
भरपूर नींद जरूरी
कई बार नींद ना पूरी होने से भी आप थोडा तनाव में आ जाते हैं इसलिए नींद और मूड एक दूसरे से संबंधित होते हैं. डिप्रेशन से जूझ रहे 80% लोग नींद की गड़बड़ी का अनुभव करते हैं. हालांकि डिप्रेशन में आपको ऐसा लग सकता है कि आप सो नहीं सकते या शायद आप बिस्तर से बाहर निकलने के लिए संघर्ष करते हैं क्योंकि आपको हर समय थकावट महसूस होती रहती है. बिस्तर पर जाने से कम से कम एक घंटा पहले आपके सभी इलेक्ट्रॉनिक्स उत्पाद बंद कर दें. किताब पढ़ने या किसी अन्य आरामदायाक एक्टिविटी को करने से अच्छी नींद आती है.
खाने की आदत को सुधारें
वैसे तो खाने की आदत और मेंटल हेल्थ के बीच संबंध कितना मायेने रखता है इसके लिए शोध अभी भी जारी है. बहुत सी स्टडीज हुए हैं, जिनमें पोषण में सुधार की बात कही गई है. इसके चलते मानसिक बीमारी को रोका जा सकता है और इसका इलाज भी किया जा सकता है. कई ब्रेन एसेंशियल न्यूट्रिएंट्स ऐसे हैं जो डिप्रेशन को प्रभावित कर सकते हैं.
जानें नेगेटिव विचारों को रोकने का तरीका
डिप्रेशन सिर्फ आपको बुरा एहसास ही नहीं कराता बल्कि यह आपको और अधिक गलत सोचने के लिए मजबूर भी कर सकता है. हालांकि, उन नकारात्मक विचारों को बदलना आपके मूड को बेहतर बना सकता है. कई सेल्फ-हेल्प बुक्स, एप्लिकेशन और ऑनलाइन पाठ्यक्रम भी हैं जो आपकी नेगेटिव सोच को रोकने में सहायेता कर सकते हैं.
बात को टालमटोल न करना
डिप्रेशन के लक्षण, जैसे थकान और ध्यान केंद्रित करने में कठिनाई होने से आप किसी भी बात को टालने की कोशिश कर सकते हैं लेकिन ऐसा नहीं करना चाहिए. ऐसे में समय सीमा तय करना और अपना समय अच्छी तरह से प्रबंधित करना बहुत जरूरी है. छोटे लक्ष्यों को स्थापित करें और पहले किए गए सबसे महत्वपूर्ण कार्यों को प्राप्त करने के लिए कड़ी मेहनत करें.
घर का काम करते रहें
डिप्रेशन में घर का काम करना कठिन लगने लगता है. लेकिन कागजों के ढेर, गंदे व्यंजनों के ढेर और गंदे कपड़ों में ढके फर्श केवल आपकी बेकार की चिंताओं को बढ़ाते हैं. अपने दैनिक कामों पर नियंत्रण रखें. छोटे से शुरू करें और एक समय में एक परियोजना पर काम करें. उठना और बढ़ चढ़कर काम करना आपको बेहतर महसूस करने में मदद कर सकता है.