मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने 30 अक्टूबर को मुख्यमंत्री आवास से सिंगल क्लिक में छात्रों के खातों में छात्रवृत्ति राशि हस्तांतरित की। छात्रों के खातों में कुल 300 करोड़ रुपये जमा किए गए। मुख्यमंत्री ने एकीकृत छात्रवृत्ति योजना (एमपी स्कॉलरशिप) के तहत राज्य के 52 लाख से ज़्यादा छात्रों के खातों में यह 300 करोड़ रुपये हस्तांतरित किए। इस पहल से लाखों छात्रों को सीधी वित्तीय सहायता मिलेगी (एमपी समाचार)।
यह एकीकृत छात्रवृत्ति योजना कुल छह विभागों को जोड़ती है। इसे एकीकृत सामाजिक सुरक्षा मिशन के तहत क्रियान्वित किया जा रहा है। इसका प्रबंधन मुख्य रूप से स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा किया जाता है। अनुसूचित जाति कल्याण और आदिम जाति कल्याण विभाग भी इसमें शामिल हैं। पिछड़ा वर्ग एवं अल्पसंख्यक कल्याण विभाग भी इस योजना का हिस्सा है। सामाजिक न्याय विभाग भी इस योजना का हिस्सा है।
इस योजना के तहत छात्रों को कुल 20 प्रकार की छात्रवृत्तियाँ दी जाती हैं। मुख्यमंत्री द्वारा वितरित की गई राशि में 7 प्रमुख छात्रवृत्तियाँ शामिल हैं। इनमें सामान्य निर्धन वर्ग और सुदामा प्री-मैट्रिक छात्रवृत्ति शामिल हैं। स्वामी विवेकानंद पोस्ट-मैट्रिक छात्रवृत्ति भी शामिल थी।
सेवानिवृत्त कर्मचारियों के बच्चों को भी इस योजना का लाभ मिला। इसके अलावा, अनाथ छात्राओं को भी यह सहायता दी गई। केवल बेटियों के लिए शिक्षा विकास छात्रवृत्ति भी इसमें शामिल है।
स्थिति कैसे जांचें?
1. सबसे पहले, मध्य प्रदेश छात्रवृत्ति पोर्टल 2.0 की आधिकारिक वेबसाइट https://hescholarship.mp.gov.in पर जाएँ।
2. स्टूडेंट्स कॉर्नर पर क्लिक करें।
3. अपने सभी छात्रवृत्ति आवेदनों/गतिविधियों को ट्रैक करने के विकल्प पर क्लिक करें।
4. अपना आवेदक आईडी और पासवर्ड दर्ज करें।
5. लॉग इन करने के बाद, आप अपने आवेदन की वर्तमान स्थिति देख सकते हैं।
पुराण डेस्क