शहडोल जिले के बुढ़ार थाना क्षेत्र में शुक्रवार रात पुलिस दल पर पथराव किया गया, जिसमें एक महिला आरक्षक समेत तीन पुलिसकर्मी घायल हो गए। पुलिस टीम सर्राफा व्यापारियों पर गोलीबारी में प्रयुक्त वाहन की तलाश के लिए इलाके में गई थी, लेकिन वहां मौजूद लोगों ने पुलिसकर्मियों पर हमला कर दिया। इस हमले के बाद पुलिस ने 18 नामजद आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है और चार राज्यों की पुलिस आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए काम कर रही है।
शुक्रवार रात करीब 11 बजे बुढ़ार पुलिस और यूपी पुलिस की संयुक्त टीम ने ईरानी मोहल्ला में छापा मारा, जब उन्हें सूचना मिली कि गोलीबारी में इस्तेमाल किया गया वाहन वहां देखा गया है। जैसे ही पुलिस टीम घटनास्थल पर पहुंची तो संकरी सड़क होने के कारण पुलिस की गाड़ी वहां तक नहीं पहुंच सकी। इसके बाद लूट के आरोपी यूसुफ अली को गिरफ्तार करने के लिए बुढ़ार पुलिस के साथ यूपी की महाराजगंज पुलिस भी मौजूद थी।
इस बीच, इलाके में तनाव बढ़ गया और जब पुलिसकर्मी फिरोज अली जाफरी से बाइक के बारे में पूछताछ करने गए तो उसने उनसे गाली-गलौज शुरू कर दी। फिरोज और पड़ोस के अन्य निवासियों की पुलिस के साथ झड़प हो गई और जल्द ही उन्होंने पथराव शुरू कर दिया। इस हमले में महिला कांस्टेबल सरिता, कांस्टेबल आशीष तिवारी और एक अन्य पुलिसकर्मी घायल हो गए। एक पुलिस वाहन में भी तोड़फोड़ की गई।
मामले में पुलिस ने इस मामले में एफआईआर दर्ज कर ली है, जिसमें फिरोज अली जाफरी और 18 अन्य नामजद आरोपियों के खिलाफ विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है। इनमें कशिश, सूफिया, गुल हसन, सितारा, निगार सुल्ताना, रेशमा, खुशरूबा बेगम आदि शामिल हैं। शहडोल एसडीओपी अभिषेक दीवान ने बताया कि आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है और उनकी गिरफ्तारी के लिए चार राज्यों की पुलिस सक्रियता से काम कर रही है।
पुलिस के अनुसार इस घटना के बाद यूपी पुलिस और छत्तीसगढ़ पुलिस भी बुढ़ार थाना क्षेत्र में पहुंच गई। छत्तीसगढ़ के बिलासपुर जिले में 65 लाख रुपये के आभूषण लूट के मामले में ईरानी मोहल्ला निवासी तौहीद अली नामक आरोपी फरार है। बुधवार को बिलासपुर पुलिस आरोपी को गिरफ्तार करने आई थी। इसके अलावा राजस्थान पुलिस बुढ़ार पुलिस के संपर्क में है क्योंकि इन आरोपियों पर राजस्थान में भी अपराध करने का आरोप है।