भोपाल। राज्य के उच्च शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव अनुपम राजन ने सभी शासकीय एवं निजी कालेजों के प्राचार्यों को पत्र लिखकर कहा है कि कालेज में राष्ट्रीय सेवा योजना की गतिविधियों के शिथिल होने एवं समय पर 7 दिवसीय विशेष शिविर आयोजित न होने की दिशा में कालेज के प्राचार्य की जवाबदारी सुनिश्चित की जायेगी। राजन ने कहा कि रासेयो विद्यार्थियों के व्यक्तित्व एवं नेतृत्व विकास के लिये अवसर/मंच उपलब्ध कराने की दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण है।
पत्र में एसीएस ने पत्र में बताया है कि रासेयो प्रदेश में 24 सितम्बर 1969 को 2 विश्वविद्यालयों में 258 छात्र-छात्राओं के माध्यम से आरंभ हुई तथा विद्यार्थियों में अत्यधिक लोकप्रिय होने के कारण यह योजना वर्तमान में 7 विश्वविद्यालयों के माध्यम से 1560 शैक्षणिक संस्थाओं में संचालित है जिनमें 1 लाख 56 हजार से ज्यादा छात्र-छात्रायें पंजीकृत हैं। लेकिन देखने में आया है कि जिस-जिस शैक्षणिक संस्था के प्राचार्य/संस्था प्रमुख ने इस योजना में विशेष रुचि ली है वहां योजना लक्षित परिणाम प्राप्त करने में सफल रही है।
राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के तहत विद्यार्थियों हेतु राष्ट्रीय सेवा योजना को वैकल्पिक विषय के रुप में पाठ्यक्रम में शामिल किया गया है। रासेयो इकाईयों द्वारा गोद लिये ग्रामों की संख्या में वृध्दि कर अधिकाधिक गतिविधियों का संचालन शिविरों के आयोजन के माध्यम से किया जाये। माय भारत पोर्टल पर रासेयो स्वयंसेवकों के साथ-साथ कालेज में अध्ययनरत अन्य छात्रों का भी पंजीयन किया जाये।