मध्य प्रदेश के छतरपुर में हाल ही में दिनदहाड़े एक महिला और उसकी दो बेटियों का अपहरण कर लिया गया। मामले में त्वरित कार्रवाई करते हुए छतरपुर जिले में अपहृत महिला और उसके दो बच्चों को सुरक्षित बरामद कर लिया गया।
घटना को अंजाम देने वाले मुख्य आरोपी समेत सात अपराधियों को गिरफ्तार कर लिया गया है। एक पुलिस अधिकारी ने रविवार को यह जानकारी दी। लेकिन अब इस घटनाक्रम को लेकर कांग्रेस और बीजेपी को बीच तनातनी जारी है। कांग्रेस ने एक पत्र जारी करके घटना पर सवाल खड़े किए हैं। तो वहीं इस पत्र को आड़े हाथों लेते हुए भाजपा प्रवक्ता आशीष अग्रवाल ने कांग्रेस को खरी-खरी सुनाईं हैं।
उन्होंने एक्स पर पोस्ट शेयर करते हुए लिखा है, कि..
कांग्रेस अब सिर्फ़ एक पार्टी नहीं, एक फेक न्यूज फैक्ट्री बन चुकी है, जहां तथ्यों की कोई अहमियत नहीं, बस झूठ पर सियासत, और ड्रामे से रेटिंग चाहिए। नेता जी, पहले सच्चाई जान लीजिए फिर माइक उठाइए! छतरपुर की जिस घटना पर कांग्रेस सियासी नौटंकी कर रही है, उसके तथ्य ये हैं:- पीड़ित परिवार पाल समाज (OBC) से है, पति की मृत्यु नहीं, बल्कि प्राणघातक हमला हुआ है, यह दो नहीं, एक ही घटना है — जिसे कांग्रेस ने तोड़-मरोड़ कर झूठ फैलाया।
कांग्रेस का प्रदेश नेतृत्व इतना अधीर है बिना ज़मीनी सच्चाई जाने, बिना स्थानीय नेताओं से समन्वय किए —प्रदेश कांग्रेस ने बयानबाज़ी कर प्रदेश का माहौल खराब करने का प्रयास किया। यह पिछले 15 दिनों में दूसरी बार हुआ है, जब कांग्रेस खुद की किरकिरी करवा चुकी है। यह घटना निःसंदेह बेहद दुःखद है, लेकिन मदद में कोई देर नहीं हुई। खुजराहो सांसद विष्णुदत्त शर्मा ने फ़ौरन वीडियो कॉल के माध्यम से पीड़ित परिवार से संवाद किया।
विधायक अरविंद पटेरिया जी खुद मौके पर पहुँचे और हरसंभव सहायता का भरोसा दिया। रही बात आरोपियों पर कार्रवाई की तो इस गंभीर घटना के आरोपियों पर हत्या के प्रयास, अपहरण सहित कई संगीन धाराओं में मुकदमा दर्ज कर पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है और शेष की तलाश में पुलिस दबिश दे रही है। लेकिन मुद्दाविहीन कांग्रेस को शर्म आनी चाहिए।
आपको बता दें, कि महिला और उसके दो बच्चों को कथित तौर पर 12 से अधिक लोगों के एक समूह ने दिनदहाड़े अगवा कर लिया और उन पर गोलियां चलाईं। पुलिस के अनुसार, जिले के लवकुशनगर थाना क्षेत्र के सुमेधी गांव में हुई इस घटना के दौरान आरोपियों ने दहशत फैलाने के लिए कई गोलियां भी चलाईं, जिसमें महिला का पति घायल हो गया। पुलिस अधीक्षक (एसपी) कार्यालय की ओर से जारी बयान में कहा गया, “पुलिस ने मुख्य आरोपी संजय राजपूत समेत सात आरोपियों को गिरफ्तार किया है, जिस पर 10,000 रुपये का इनाम था।”
बयान में कहा गया है, "लवकुश नगर थाना क्षेत्र में हुई घटना पर छतरपुर पुलिस ने त्वरित और सुनियोजित कार्रवाई की और महिला और बच्चे को सुरक्षित बाहर निकाला।" पुलिस ने आरोपियों को पकड़ने के लिए पुलिस अधीक्षक अगम जैन के निर्देशन में पांच विशेष टीमें बनाई थीं।
पुलिस ने बताया कि तकनीकी साक्ष्यों और सुरागों के आधार पर आरोपियों की लोकेशन का पता लगाया गया और उनकी गिरफ्तारी सुनिश्चित की गई। इससे पहले लवकुश नगर अनुविभागीय पुलिस अधिकारी (एसडीपीओ) नवीन दुबे ने बताया था कि घटना के सिलसिले में पांच आरोपियों को हिरासत में लिया गया है और पुलिस ने हत्या के प्रयास समेत विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज किया है।
दुबे ने बताया कि घटना दोपहर करीब साढ़े 12 बजे हुई जब 12 से अधिक हथियारबंद अपराधी दोपहिया और चार पहिया वाहन पर सवार होकर हरिराम पाल के घर पहुंचे। उन्होंने बताया कि इस दौरान अपराधियों ने पाल और उनके परिवार के सदस्यों के साथ मारपीट की और हवा में गोलियां चलाईं और उनकी पत्नी, सात वर्षीय और पांच वर्षीय बेटियों को बोलेरो गाड़ी में डालकर ले गए।
घटना का एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर शेयर किया जा रहा है, जिसमें एक युवक महिला और उसकी एक बेटी का हाथ पकड़कर जबरन कार की ओर ले जाता दिख रहा है, जबकि अन्य अपराधी हाथों में डंडे लेकर पीछे-पीछे चल रहे हैं। पीड़ित हरिराम पाल ने बताया कि जब वह अपनी पत्नी और बच्चों को बचाने गया तो अपराधियों ने उस पर भी फायरिंग कर दी।