भारत का समय- पृथ्वी का समय, CM ने किया विक्रमादित्य वैदिक घड़ी-मोबाइल ऐप का लोकार्पण


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स्टोरी हाइलाइट्स

यह घड़ी भारतीय पंचांग और कालगणना को आधुनिक तकनीक से जोड़ेगी, 189 से अधिक भाषाओं में उपलब्ध हैं, घड़ी में तिथि, नक्षत्र, योग, वार, मास, व्रत, त्यौहार सहित मौसम संबंधी सूचनाएं भी उपलब्ध हैं, मोबाइल ऐप में महाभारत काल से लेकर 7000 वर्षों तक का पंचांग और 30 शुभाशुभ मुहूर्तों की जानकारी भी होगी..!!

भारतीय कालगणना पद्धति और वैज्ञानिक परंपरा को नई पहचान मिल गई है। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने 1 सितंबर को मुख्यमंत्री आवास पर विक्रमादित्य वैदिक घड़ी और उसके मोबाइल एप्लीकेशन का उद्घाटन किया। 

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वैदिक घड़ी भारतीय पंचांग और कालक्रम को आधुनिक तकनीक के साथ जोड़ती है। 189 से ज़्यादा भाषाओं में देखी जा सकने वाली यह अनूठी घड़ी समय, पंचांग, ​​तिथि, नक्षत्र, योग, वार, मास, व्रत और त्योहारों की जानकारी भी देगी।

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विक्रमादित्य वैदिक घड़ी, भारतीय काल गणना पर आधारित दुनिया की पहली घड़ी है। भारतीय काल गणना की सबसे विश्वसनीय पद्धति को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 29 फरवरी 2024 को उज्जैन में विक्रमादित्य वैदिक घड़ी के रूप में पुनर्स्थापित किया था, जिसे देश-दुनिया में अच्छी प्रतिक्रिया मिली थी।

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गौरतलब है कि शौर्य स्मारक से "भारत का समय - पृथ्वी का समय" रैली शुरु होकर श्यामला हिल्स थाने तक पहुंची। श्यामला हिल्स थाने से, रैली पैदल मार्च में तब्दील होकर मुख्यमंत्री आवास पहुँची। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने "विक्रमादित्य वैदिक घड़ी: भारत का समय पुनःस्थापित करने की एक पहल" विषय पर युवाओं से सीधा संवाद भी किया।

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भारत की पावन भूमि ने अपने ज्ञान से सम्पूर्ण ब्रह्माण्ड को आलोकित किया है, इसकी संस्कृति का प्रत्येक पहलू प्रकृति और विज्ञान का अनूठा उदाहरण है, जो विश्व कल्याण का संवर्धक है। इसी धरोहर पर निर्मित 'विक्रमादित्य वैदिक घड़ी' भारतीय परंपरा का गौरवशाली प्रतीक है।

विक्रमादित्य वैदिक घड़ी भारतीय परंपरा, वैदिक गणनाओं और वैज्ञानिक दृष्टि के अद्भुत संगम के माध्यम से भारत के गौरवशाली काल को पुनर्स्थापित करने का एक प्रयास है। यह प्रयास विरासत और विकास, प्रकृति और प्रौद्योगिकी का संतुलन होगा। यह स्वदेशी जागरूकता का एक महत्वपूर्ण प्रयास है, जो विश्व पटल पर भारत को सशक्त करेगा।

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वैदिक घड़ी में महाभारत काल से लेकर 7000 वर्षों से भी अधिक समय के पंचांग सम्मिलित हैं। विक्रमादित्य वैदिक घड़ी मोबाइल एप्लिकेशन में 3179 विक्रम पूर्व (श्रीकृष्ण जन्म), महाभारत काल से लेकर 7000 वर्षों से भी अधिक समय के पंचांग, ​​तिथि, नक्षत्र, योग, करण, दिन, माह, व्रत और त्योहारों की दुर्लभ जानकारी उपलब्ध है। धार्मिक गतिविधियों, व्रत-उपवास और ध्यान के लिए 30 विभिन्न शुभ मुहूर्तों की जानकारी और अलार्म सुविधा भी उपलब्ध है।

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विक्रमादित्य वैदिक घड़ी भारत की सांस्कृतिक धुरी बनकर वैश्विक भाषाओं, परंपराओं, मान्यताओं और धार्मिक गतिविधियों को जोड़ने वाली कड़ी बनेगी। भारत दुनिया का एकमात्र ऐसा देश है जो पूरी मानवता को विरासत, प्रकृति और तकनीक के संतुलन के साथ जीना सिखा रहा है। विक्रमादित्य वैदिक घड़ी ऐप 189 से ज़्यादा वैश्विक भाषाओं में उपलब्ध है।

गौरतलब है कि वैदिक घड़ी वैदिक समय (30 घंटे), वर्तमान मुहूर्त स्थान, GMT और IST समय, तापमान, हवा की गति, आर्द्रता और मौसम संबंधी जानकारी भी प्रदान करेगी। 189 से ज़्यादा वैश्विक भाषाओं में उपलब्ध वैदिक घड़ी ऐप में दैनिक सूर्योदय और सूर्यास्त की गणना शामिल है और इसके आधार पर प्रत्येक दिन के 30 मुहूर्तों का सटीक विवरण दिया जाता है।

विक्रमादित्य वैदिक घड़ी की जानकारी देते हुए श्रीराम तिवारी ने बताया कि वैज्ञानिक दृष्टि से समृद्ध और आध्यात्मिक परम्पराओं से जुड़ी यह वैदिक घड़ी भारतीय संस्कृति और वैश्विक स्तर पर हमारी प्राचीन कालगणना पद्धति को एक नया आयाम देगी।