पेपर ना देना पड़े इसलिए दो छात्रों ने कॉलेज प्रिंसिपल का करा दिया निधन, जानें कैसे रची गई ये साज़िश


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स्टोरी हाइलाइट्स

प्रिंसीपल डॉ. अनामिका जैन इस घटना से बेहद व्यथित और स्तब्ध हैं, उनका कहना है कि उनके कॉलेज के छात्र परीक्षा रद्द करवाने के लिए ऐसा अपराध कैसे कर सकते हैं? उनका कहना है कि इन दोनों छात्रों को सज़ा मिलनी चाहिए ताकि दूसरों को सबक मिले..!!

दो छात्रों ने परीक्षा रद्द करवाने के लिए इतना शर्मनाक काम किया कि इंदौर के होलकर साइंस कॉलेज की प्रतिष्ठा धूमिल हो गई। दोनों छात्रों ने कॉलेज के लेटरहेड पर प्रिंसिपल मेजर डॉ. अनामिका जैन की मौत का ज़िक्र करते हुए एक फ़र्ज़ी पत्र बनाया और उसे कॉलेज के छात्रों और फैकल्टी स्टाफ़ के व्हाट्सएप ग्रुप पर शेयर कर दिया। छात्रों ने फ़र्ज़ी नोटिस में लिखा कि प्रिंसिपल की मौत के कारण परीक्षा स्थगित कर दी गई है। फ़र्ज़ी संदेश का खुलासा होने के बाद, मामले की सूचना पुलिस को दी गई। कॉलेज की अनुशासन समिति ने दोनों छात्रों को 60 दिनों के लिए निलंबित कर दिया।

शहर के प्रतिष्ठित 135 साल पुराने सरकारी होलकर साइंस कॉलेज में एक शर्मनाक घटना घटी। कॉलेज के बीसीए तृतीय वर्ष के छात्र मयंक कछवा और हिमांश जायसवाल ने कॉलेज के लेटरहेड पर एक फर्जी पत्र बनाकर कॉलेज की प्रिंसिपल मेजर डॉ. अनामिका जैन के निधन के कारण 15 और 16 अक्टूबर को होने वाली सतत एवं व्यापक मूल्यांकन (सीसीई) परीक्षा और कक्षाओं को स्थगित करने की घोषणा की थी और इसे प्रसारित भी किया था।

जैसे ही यह खबर वायरल हुई, कॉलेज स्टाफ, शिक्षक और छात्र स्तब्ध रह गए। कई कर्मचारी प्रिंसिपल के घर पहुँचे, और कुछ ने तो उन्हें घर पर फ़ोन भी किया। प्रिंसिपल मेजर डॉ. अनामिका जैन भी संदेश पढ़कर स्तब्ध रह गईं और उन्होंने सभी को बताया कि वह पूरी तरह स्वस्थ हैं। यह संदेश महज एक अफवाह है और इसका कोई आधार नहीं है।

कॉलेज की अनुशासन समिति ने मामले को गंभीरता से लेते हुए दोनों छात्रों को 60 दिनों के लिए निलंबित कर दिया। प्राचार्य डॉ. अनामिका जैन ने कहा कि यह कोई मज़ाक नहीं था, इससे उन्हें काफी मानसिक परेशानी हुई। गुरुवार को कॉलेज प्रबंधन ने साइबर सेल में शिकायत की, जिसके बाद पुलिस ने दोनों छात्रों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर कानूनी कार्रवाई की।

एडिशनल डीसीपी राजेश दंडोतिया ने बताया कि भंवरकुआं पुलिस ने बीसीए तृतीय वर्ष के छात्र मयंक कछवा और हिमांश जायसवाल के खिलाफ आईपीसी की धारा 336 के तहत मामला दर्ज कर लिया है और आगे की कानूनी कार्रवाई की जा रही है।