मध्य प्रदेश विधानसभा का शीतकालीन सत्र 1 दिसंबर से शुरू होने जा रहा है। सत्र में कुल चार दिनों का होगा। पाँच दिनों का होगा। विधानसभा सचिवालय ने इसके लिए अधिसूचना जारी कर दी है। रिपोर्ट के अनुसार, चार दिनों के इस छोटे से सत्र में अनुपूरक बजट समेत चार विधेयक पेश करने की योजना है।
विभागों ने विधेयकों की तैयारी शुरू कर दी है, वहीं विधानसभा सचिवालय ने भी सत्र की तैयारियाँ शुरू कर दी हैं। इस बार विधानसभा के शीतकालीन सत्र में अरविंद शर्मा मुख्य सचिव होंगे। शर्मा को 1 अक्टूबर से विधानसभा का नया मुख्य सचिव नियुक्त किया गया है। इससे पहले एपी सिंह मुख्य सचिव थे, जो 30 सितंबर को सेवानिवृत्त होने के बाद मध्य प्रदेश मानवाधिकार आयोग के सदस्य नियुक्त किए गए हैं।
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव और विधानसभा अध्यक्ष नरेंद्र सिंह तोमर के बीच शीतकालीन सत्र को लेकर हुई चर्चा के बाद सत्र बुलाने का प्रस्ताव राज्यपाल मंगूभाई पटेल को भेजा गया था, जिसे राज्यपाल ने मंज़ूरी दे दी है। अब जल्द ही अधिसूचना जारी की कर दी गई है।
विधानसभा का यह सत्र 1 दिसंबर से 5 दिसंबर तक चलेगा, जिसमें विधायकों के प्रश्नों का सिलसिला जल्द ही शुरू हो जाएगा। विधायक ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों तरह से प्रश्न पूछ सकेंगे। प्रश्नों, ध्यानाकर्षण और अन्य प्रस्तावों की अवधि अधिसूचना में तय की जाएगी।
यह सत्र 16वीं विधानसभा का सातवाँ सत्र होगा। राज्य सरकार द्वारा सत्र के दौरान कई महत्वपूर्ण विधेयक पेश किए जाने की उम्मीद है। विपक्ष रोज़गार, महंगाई और किसानों के मुद्दों पर सरकार को घेरने की तैयारी में है।
सत्र के दौरान प्रश्नोत्तर, शून्यकाल, ध्यानाकर्षण प्रस्ताव, अल्पसूचनाएँ और विभिन्न सरकारी विभागों से संबंधित अन्य विधायी कार्य संपन्न होंगे। विधान सभा सचिवालय ने विधायकों को निर्धारित समय सीमा के भीतर अपने प्रश्न और जानकारी प्रस्तुत करने के निर्देश भी जारी किए हैं।
पुराण डेस्क