भोपाल: राज्य का वन विभाग भोपाल नगर के कलियासोत क्षेत्र में बाघों की आवाजाही रोकने के लिये 4 करोड़ 95 लाख रुपये व्यय करने जा रहा है। इस राशि की स्वीकृति कैम्पा फण्ड से दी गई है।
उल्लेखनीय है कि भोपाल के समीप रातापानी वन्यप्रणी अभयारण्य है तथा अभयारण्य में 40 से अधिक बाघ हैं तथा इनमें से करीब 14 बाघों का विचरण भोपाल वनमंडल के माध्यम से आम लोगों के रहवास एवं आवाजाही वाले कलियासोत क्षेत्र में है जोकि भोजन एवं पानी की तलाश में वहां आ जाते हैं। वन विभाग को वहां लोगों के मूवमेंट पर रोक लगानी पड़ी है और बाघों को खदेडऩा भी पड़ता है।
अब बाघों की यहां आवाजाही रोकने के लिये रातापानी अभयारण्य के अंदर ही शाकाहारी वन्यप्राणियों जिनका ये बाघ शिकार कर उन्हें अपना आहार बनाते हैं, की संख्या यानि प्रे-बेस बढ़ाने के लिये चारागाह विकास किया जायेगा। इसके अलावा, कोर एरिया में ही नये जलस्रोत बनाये जायेंगे। इसके अतिरिक्त निगारानी के लिये वन मार्गों का सुदृढ़ीकरण भी किया जायेगा। इन सब कार्यों पर कैम्पा फण्ड से 4 करोड़ 95 लाख रुपये की राशि व्यय की जायेगी। उल्लेखनीय है कि राज्य सरकार ने रातापनी अभयारण्य को टाईगर रिजर्व बनाने की प्रक्रियाओं को मंजूरी प्रदान कर दी है।