पहले प्रयास में कैसे पास करें इंजीनियरिंग- मेडिकल परीक्षा


स्टोरी हाइलाइट्स

स्टडी टाइम टेबल में रोजाना तैयारी के लिए 6-7 घंटे का समय दें। पढ़ाई के बीच में ब्रेक कम से कम दें। स्पीड और एक्यूरेसी चेक करने के लिए मॉक टेस्ट पेपर नियमित दें। पढ़ाई के दौरान जिस टॉपिक में परेशानी हो, उसे साथ के साथ ही हल करें, अंतिम समय के लिए न रखें।

टॉप कॉलेज में प्रवेश कौन नहीं चाहता। पहले अटेम्प में परीक्षा उत्तीर्ण कर लेना खुशकिस्मती मानी जाती है। 

जानें उपयोगी टिप्स ये करें...

सिलेबस को पूरा करने के लिए इसे विभिन्न भागों में समय को ध्यान में रखकर याद करें, ताकि उस समय के स्लॉट में इसे पूरा कर सकें। विषयों को ध्यान में रखकर एनसीईआरटी की बुक रेफर करें। परीक्षा से कुछ दिन पहले बुक्स के बजाय बनाए गए नोट्स को पढ़ें। जो टॉपिक समझ में नहीं आ रहा है उसे दोगुना समय दें। तैयारी के स्तर का विश्लेषण हफ्ते के अंत में स्वयं करें।

ये न करें...

"कई बार तैयारी के दौरान जिन टॉपिक्स में कोई परेशानी आती है, उसे नजरअंदाज न करें।" किसी एक विषय की तैयारी के लिए कई तरह की किताबों को रेफर न करें। इससे कन्फ्यूजन होगा।

किसी एक बेहतर विशेषज्ञ की किताब को पढ़ें। किसी भी एक टॉपिक को जरूरत से ज्यादा समय न दें। यदि समझ में न आए तो रिवीजन के दौरान दोबारा से पढ़ें।

बिना टाइम लिमिट के कोई भी मॉक टेस्ट पेपर या सैंपल पेपर को सॉल्व न करें। मानसिक तौर पर नकारात्मक विचारों को जितना हो सके दूर करें।

ये जरूर ध्यान रखें:

परीक्षा के लिए यदि एक हफ्ते या एक महीने का समय बचा है तो घबराने या तनाव लेने की जरूरत नहीं है। खुद को सोशल मीडिया से दूर रखने के साथ ही दिनभर में कम से कम 3-4 बार फॉर्मूला और कैलकुलेशन के मेथड को याद करें खुद की तैयारी की सामान्य गलतियों को समझ कर उन्हें दूर करें। दिनभर में से कम से कम आधे घंटे का समय मेडिटेशन करें। अपने खानपान को पौष्टिक रखने की कोशिश करें।