MPPAssembly By-Election 2024: मध्य प्रदेश की विजयपुर-बुदनी विधानसभा सीट पर बुधवार (13 नवंबर) सुबह 7 बजे से वोटिंग जारी है। इसी बीच, विजयपुर से एक बड़ी खबर सामने आ रही है। कांग्रेस प्रत्याशी मुकेश मल्होत्रा की पत्नी ने आरोप लगाया कि पुलिस 4-5 गाड़ियों में आई और उनके पति को वोट डालने से पहले ही हिरासत में ले लिया। उधर, कराहल टीआई भरत सिंह के मुताबिक सुरक्षा कारणों से मुकेश मल्होत्रा को साथ लाया गया है। मतदान केंद्रों पर पुलिस वाहनों में ही उनकी जांच की जाएगी।
मतदान केंद्रों पर लोगों की भीड़ दिख रही है। लेकिन कहा जा रहा है, कि विजयपुर में वोटिंग से पहले कांग्रेस के बड़े नेताओं को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। वहीं अब बीजेपी प्रत्याशी रामनिवास रावत को भी नजरबंद कर लिया गया है।
विजयपुर में भाजपा प्रत्याशी रामनिवास रावत और कांग्रेस प्रत्याशी मुकेश मल्होत्रा को मतदान की सुबह मतदान करने के बाद पुलिस ने हिरासत में ले लिया है। भाजपा प्रत्याशी रामनिवरस को पुलिस ने विजयपुर स्थित पीडब्ल्यूडी गेस्ट हाउस में हिरासत में लिया है। पुलिस द्वारा हिरासत में लिए जाने पर बीजेपी प्रत्याशी रामनिवास रावत ने कहा कि कांग्रेस चुनाव जीतने के लिए अफवाहें और साजिशें फैला रही है। कांग्रेस फायरिंग की झूठी खबर फैला रही है। बीजेपी प्रत्याशी ने कहा कि उन्हें जनता पर पूरा भरोसा है।
इससे पहले मंगलवार रात को पुलिस ने विजयपुर में पूरे चुनाव प्रचार की कमान संभालने वाले कांग्रेस विधायक बाबू जंडेल और नीटू सिकरवार समेत कई कांग्रेस नेताओं को हिरासत में ले लिया था।
पूर्व मुख्यमंत्री कमल नाथ ने कांग्रेस नेताओं की हिरासत पर सवाल उठाते हुए कहा कि विजयपुर विधानसभा उपचुनाव से पहले शांतिपूर्वक अपनी बात रख रहे कांग्रेस नेताओं को गिरफ्तार करना घोर अन्याय है। पहले डाकुओं द्वारा हमला और अब पुलिस द्वारा दुरुपयोग, यह उपचुनाव प्रशासनिक निरंकुशता का उदाहरण बनता जा रहा है।
वहीं कांग्रेस ने अपने सोशल मीडिया हैंडल पर लिखा है कि मोहन यादव और रामनिवास रावत चुनाव जीतने के लिए गुंडागर्दी पर उतर आए हैं। वे आदिवासियों पर गोली चलाकर, कांग्रेस नेताओं को जेल में डालकर और बूथों पर अशांति फैलाकर चुनाव जीतना चाहते हैं और वरिष्ठ कांग्रेस नेता नीटू सिकरवार को गिरफ्तार कर श्योपुर जेल में बंद कर दिया गया है!
अन्य कांग्रेस नेताओं की भी गिरफ्तारी! विधायक बाबू बाबू जंडेल जी ने जेल के बाहर दर्ज कराया विरोध प्रदर्शन! लेकिन गुलाम प्रशासन ने अपनी निष्पक्षता भाजपा के पास गिरवी रख दी है।