मध्य प्रदेश में लगातार ठंड का कहर बढ़ता जा रहा है। पिछले 24 घंटे में 25 जिलों में दिन-रात के तापमान में 3.1 डिग्री की गिरावट दर्ज की गई। भोपाल, मंडला, जबलपुर, रीवा समेत 13 जिलों में न्यूनतम तापमान 10° से भी नीचे आ गया है। वहीं 15 जिलों में अधिकतम पारा 26° से भी कम है।
बर्फीली हवाओं के कारण शहडोल और मंडला, शिमला, माउंट आबू, देहरादून, जम्मू और कटरा से अधिक ठंडे हैं। यहां रात का तापमान 7° से भी कम हो गया है। मंडला में रात का अधिकतम तापमान 6.8° रहा। उमरिया में न्यूनतम तापमान 7.4° दर्ज किया गया। पचमढ़ी में दिन का अधिकतम तापमान 22° दर्ज किया गया।
मध्य प्रदेश के 25 जिलों में दिन का तापमान 2.3° तक कम हो गया। टीकमगढ़ और गुना में तापमान 2.3° गिर गया है। रतलाम, उज्जैन, शिवपुरी और धार में पारा 2.2° तक गिर गया। पचमढ़ी में दिन का सबसे कम तापमान 22° सेल्सियस दर्ज किया गया। बालाघाट के मलाजखंड में पारा 23.3° दर्ज किया गया. सीधी 24.2, सिवनी 25, बैतूल-रायसेन 25.2, उमरिया 25.7, नरसिंहपुर 26°, सतना 26.5, धार, रतलाम 27.2, सागर 27.4, गुना 27.5, भोपाल 27.2, इंदौर 25.9, ग्वालियर 27.5, उज्जैन 27 और जबलपुर का तापमान 25.8° दर्ज किया गया। टीकमगढ़, शिवपुरी, नौगांव, रीवा और दमोह में दिन में 27° डिग्री तापमान दर्ज किया गया।
पिछले 24 घंटों में 17 जिलों में न्यूनतम तापमान में गिरावट दर्ज की गई। सागर का अधिकतम तापमान 3.1° कम हो गया है। धार में पारा 2.7°, गुना और राजगढ़ में 2.6° तक गिर गया है। शहडोल के कल्याणपुर और मंडला में सबसे ठंडी रातें हैं। रात का सबसे कम तापमान मंडला में 6.8° दर्ज किया गया।
कल्याणपुर में तापमान 6.1° रहा। भोपाल में रात का पारा 8.2, जबलपुर में 8.5, उमरिया में 7.4, खजुराहो में 9.4, टीकमगढ़ में 10.5, सतना में 10.4, बैतूल में 9.4, पचमढ़ी में 9.6, राजगढ़ में 8, धार में 10.6, गुना में 49.50, रेवागांव में 19.50° रहा।
ठंड के मौसम में कोहरे के चलते रेलवे ने भोपाल मंडल से गुजरने वाली ट्रेनों में फॉग सेफ डिवाइस भी लगाए हैं। लोको पायलटों को कुल 341 फॉग सेफ डिवाइस (एफएसडी) जारी किए गए हैं। फॉग सेफ डिवाइस मानव पायलटों की सहायता के लिए डिज़ाइन किया गया है। इससे पायलट अलर्ट हो जाता है।
मौसम वैज्ञानिकों के मुताबिक पश्चिमी उत्तर भारत के ऊपर एक जेट स्ट्रीम चल रही है। इसकी स्पीड 278 किलोमीटर प्रति घंटा है। एक दिन में इसकी रफ्तार 18 किलोमीटर प्रति घंटा बढ़ गई है। जिसके चलते पूरा प्रदेश सर्द हवाओं की चपेट में है। वर्तमान में जेट स्ट्रीम वायुमंडल में 12.6 किमी की ऊंचाई पर स्थित है।
जैसे-जैसे यह नीचे आएगा, सर्दी की गंभीरता बढ़ती जाएगी। इसके साथ ही देश के पूर्वी हिस्सों में चक्रवाती परिसंचरण तंत्र भी सक्रिय है। यह चक्रवाती सिस्टम बंगाल की खाड़ी में बना है। जिसके चलते राज्य में ठंड का प्रकोप भी बढ़ गया है।