लाड़ली बहना योजना के तहत, राज्य की पात्र महिलाओं को 1250 रुपये प्रति माह की आर्थिक सहायता दी जाती है। इस योजना को और मज़बूत बनाने के लिए, सरकार ने इस राशि में 250 रुपये की वृद्धि करने का निर्णय लिया है, जो दीपावली से लागू होगी।
योजना को लेकर सीएम डॉ. मोहन यादव ने एक बार फिर अपनी प्रतिबद्धता दोहराई है। सीएम ने कहा है, कि मैं प्रतिबद्ध हूँ लाड़ली बहनों को प्रतिमाह दी जाने वाली राशि को धीरे-धीरे करके ₹3000 तक पहुंचाएंगे।
लाड़ली बहनों की बात ही अलग है। आज बहनों के खाते में 1250 रुपए की राशि अंतरित की जाएगी।
रक्षाबंधन के पहले ढाई सौ रुपए की अतिरिक्त राशि के साथ ₹1500 बहनों के खाते में अंतरित करेंगे।
भाई दूज के बाद नवंबर के महीने से हर महीने ₹1500 की राशि बहनों के खाते में अंतरित करने का संकल्प पूरा होगा।
सीएम डॉ. मोहन यादव ने यह भी घोषणा की कि वर्ष 2028 तक इस योजना की राशि बढ़ाकर 3000 रुपये प्रति माह कर दी जाएगी।
सीएम का कहना है, कि हमारे संकल्प पत्र में 3000 रुपये देने का वादा था, और हम इसे पूरे ज़ोर-शोर से पूरा करेंगे। सरकार बनने से पहले 1000 रुपये दिए जाते थे, अब 1250 रुपये दिए जा रहे हैं। इस साल रक्षाबंधन पर 250 रुपये अतिरिक्त दिए जाएँगे, और दिवाली से 1500 रुपये मिलने शुरू हो जाएँगे।
सीएम यादव का कहना है, कि सरकार लाड़ली बहन के सशक्तिकरण के लिए प्रतिबद्ध है। यह वृद्धि महिलाओं की आर्थिक आत्मनिर्भरता को और मज़बूत करेगी।
आपको बता दें, कि लाड़ली बहना योजना के तहत, राज्य की 1 करोड़ 27 लाख पात्र महिलाओं को 1250 रुपये प्रति माह की सहायता राशि दी जाती है। इस योजना का शुभारंभ पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मार्च 2023 में किया था।
योजना के तहत, 21 से 60 वर्ष की आयु की उन महिलाओं को, जिनकी पारिवारिक आय 2.5 लाख रुपये से कम है, 1250 रुपये प्रति माह दिए जाते हैं। योजना की शुरुआत में 1000 रुपये की सहायता राशि दी जाती थी, जिसे बाद में बढ़ाकर 1250 रुपये कर दिया गया। 2023 के विधानसभा चुनाव में भाजपा की जीत में लाड़ली बहना योजना ने निर्णायक भूमिका निभाई।