चैत्र नवरात्रि से हिंदू नववर्ष शुरू, जानिए इस दिन का महत्व


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स्टोरी हाइलाइट्स

मंगलवार, 9 अप्रैल, चैत्र मास की प्रतिपदा तिथि से चैत्र नवरात्रि के साथ विक्रम संवत 2081 शुरू हो गया है..!!

मंगलवार, 9 अप्रैल, चैत्र मास की प्रतिपदा तिथि से चैत्र नवरात्रि के साथ विक्रम संवत 2081 शुरू हो गया है। ऐसा माना जाता है कि इसी दिन भगवान ब्रह्मा ने सृष्टि की रचना की थी। हिंदू कैलेंडर के अनुसार मंगलवार को हिंदू नववर्ष विक्रम संवत 2081 का पहला दिन है। विक्रम संवत 2081 का राजा मंगल और मंत्री शनि होगा।

इस दिन को गुड़ी पड़वा के रूप में भी मनाया जाता है। इस दिन लोग गुड़ी बनाते हैं। गुड़ी बनाने के लिए एक डंडे पर पीतल का बर्तन उल्टा रखा जाता है, जिसे गहरे रंग के रेशम, लाल, पीले या केसरिया कपड़े और फूलों की मालाओं और अशोक के पत्तों से सजाया जाता है। गुड़ी को ब्रह्मध्वज भी कहा जाता है। 

गुड़ी पड़वा पर  घरों की सफाई करके मुख्य द्वार पर रंगोली बनाई जाती है और आम या अशोक के पत्तों से अपने घर में तोरण बांधते हैं। घर के आगे या छत पर एक झंडा लगाया जाता है। साथ ही एक बर्तन पर स्वस्तिक बनाकर उस पर रेशम का कपड़ा लपेट कर रखा जाता है। इस दिन सूर्यदेव की आराधना के साथ ही सुंदरकांड,रामरक्षास्रोत और देवी भगवती की पूजा एवं मंत्रों का जप किया जाता है। अच्छे स्वास्थ्य की कामना से नीम की कोपल गुड़ के साथ खाई जाती हैं।

यह पर्व कर्नाटक, गोवा, महाराष्ट्र, आंध्र प्रदेश की सीमा में खूब मनाया जाता इस दिन बनने वाले पकवान भी खूब होते हैं, जैसे श्री खंड,पूरनपोली, खीर आदि।