Guna Crime News: मध्य प्रदेश के गुना ज़िले में ज़मीनी विवाद में एक व्यक्ति को अपनी जान से हात धोना पड़ा। फतेहगढ़ थाना क्षेत्र के गणेशपुरा गाँव में 10-15 लोगों ने एक व्यक्ति पर हमला कर दिया। उन्होंने उसे बेरहमी से पीटा और फिर थार जीप से कुचल दिया, जिससे उसकी मौत हो गई। घटना के दौरान मृतक की बेटियाँ चीखती-चिल्लाती रहीं, लेकिन हमलावरों को कोई दया नहीं दिखाई।
यह दिल दहला देने वाली घटना 26 अक्टूबर की दोपहर करीब 1:30 बजे हुई। मृतक की पहचान 40 वर्षीय रामस्वरूप नागर के रूप में हुई है। रविवार रात इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। पुलिस ने इस मामले में भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की विभिन्न धाराओं के तहत 14 लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की है, लेकिन सभी आरोपी फिलहाल फरार हैं।
रिपोर्ट के अनुसार, 26 अक्टूबर को रामस्वरूप नागर, उनके मामा राजेंद्र नागर और उनकी पत्नी विनोद बाई अपने खेत जा रहे थे। जैसे ही वे आरोपी महेंद्र नागर के घर पहुँचे, वहाँ पहले से मौजूद 10-15 लोगों ने उन्हें घेर लिया। आरोपी चाकू और कुल्हाड़ी जैसे हथियारों से लैस थे।
पुलिस को दी गई शिकायत में, मृतक के मामा राजेंद्र नागर ने कहा कि आरोपियों ने रामस्वरूप पर जान से मारने की नीयत से हमला किया। जब रामस्वरूप की बेटी तनीषा और भांजी कृष्णा उसे बचाने आईं, तो हमलावरों ने उनके साथ भी दुर्व्यवहार किया, उन्हें थप्पड़ मारे और कथित तौर पर उनके कपड़े फाड़ दिए। बेहद क्रूरता दिखाते हुए, हमलावरों ने रामस्वरूप पर थार गाड़ी से हमला किया, जिससे उनकी पसलियाँ टूट गईं और बाद में उनकी मौत हो गई।

शिकायतकर्ता के अनुसार, मुख्य आरोपी महेंद्र नागर ने अपने पिता की लाइसेंसी बंदूक से हवा में गोलियां भी चलाईं। उसने परिवार को धमकी दी कि अगर उन्होंने घटना की सूचना पुलिस को दी तो उन्हें गंभीर परिणाम भुगतने होंगे। इसके बाद आरोपी एक थार गाड़ी और एक जॉन डियर ट्रैक्टर लेकर मौके से फरार हो गए।
फतेहगढ़ थाना पुलिस ने इस मामले में 14 लोगों को आरोपी बनाया है। क्राइम एसपी अंकित सोनी ने आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए विशेष टीमें गठित की हैं। पुलिस टीमें लगातार आरोपियों के ठिकानों पर दबिश दे रही हैं, लेकिन अभी तक कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है।
पुराण डेस्क