हिन्दी लोकोक्तियाँ 12 -दिनेश मालवीय


स्टोरी हाइलाइट्स

हिन्दी लोकोक्तियाँ-12 -दिनेश मालवीय 1.एक और एक ग्यारह होते हैं. एकता में बहुत शक्ति होती है. Unity is strength. 2.एक कंकड़ से गाड़ी अटक जाती है. छोटी-सी भूल से बड़े-बड़े काम बिगाड़ जाते हैं. 3.एक कहो और दस सुनो जब कोई व्यक्ति किसी को एक अपशब्द कहता है और उसके बदले दस अपशब्द सुनने पड़ते हैं, तब ऐसा कहा जाता है. 4.एक कान सुनी, दूसरे कान उड़ाई ऐसा तब कहा जाता है, जब कोई व्यक्ति आपकी बात पर ध्यान ही न दे. 5.एक काम में सौ काम एक काम करने के लिए अनेक काम करने पड़ते हैं. 6.एक के पाप से सब डूबें एक व्यक्ति के पाप का दण्ड उसके मित्रों और रिश्तेदारों को भुगतना पड़ता है. 7.एक घर में दो मुखिया, कुशल कहाँ से होय जिस घर में दो मालिक होते हैं, वहाँ काम ठीक से नहीं हो पाता, क्योंकि दोनों अपनी-अपनी मर्ज़ी चलाते हैं. 8.एक चना भाड़ नहीं फोड़ सकता अकेला आदमी कुछ नहीं कर सकता. 9.एक तीर दो निशाने. एक साधन या उपाय से दो काम सिद्ध करना. 10. एक तो डायन, दूसरे ओझा से ब्याह किसी दुष्ट का सम्बन्ध किसी वैसे ही दुष्ट से होना. 11.एक तो बन्दर दूसरे बर्र ने काटा. किसी दुष्ट को अनुकूल साधन मिल जाए तो उसकी दुष्टता बढ़ जाती है. 12. एक तो बुधिया नाचनी ऊपर से नाती हो गया. कोई गुण किसी में हो और यदि उसे दिखने का मौका आ जाये तो वह बाज नहीं आता. 13.एक तो विदेशी दूसरे तुतलाने वाला एक दोष से युक्त व्यक्ति जब दूसरे दोष से भी ग्रस्त हो जाए. 14.एक थैली के चट्टे-बट्टे    एक तरह के स्वाभाव वाले. Tweedledum and tweeedledee. 15. एक दिन के पढ़े कौन पंडित बना विद्या के लिए निरंतर अभ्यास की ज़रुरत होती है. 16.एक दिन मेहमान, दो दिन मेहमान, तीसरे दिन बला-ए-जान. मेहमान अधिक रुके तो अखरने लगता है. Fish and guests stink after three days. 17.एक नीम सब घर शीतल. एक योग्य पुत्र घर को आनंद से भर दता है. 18.एक पंथ दो काज. एक काम करते हुए कोई अन्य काम भी हो जाए. 19. एक परहेज लाख दावा. Prevention is better than cure. 20.एक पैर कब्र में. बूढ़े व्यक्ति के लिए कहा जाता है.