किस वेद में हैं कितने मंत्र

स्टोरी हाइलाइट्स
किस वेद में हैं कितने मंत्र
१. ऋग्वेद
ऋग्वेद सबसे पहला वेद है, इसमें सृष्टि के पदार्थो का ज्ञान है । इसमें ईश्वर,जीव व् प्रकृति के गुण, जीवन के आदर्श सिद्धांत और व्यवहारिक ज्ञान वर्णित है ।
➤इस वेद में 1028 ऋचाएँ (मंत्र) और 10 मंडल (अध्याय) हैं । ऋग्वेद की ऋचाओं में देवताओं की प्रार्थना, स्तुतियाँ और देवलोक में उनकी स्थिति का वर्णन है ।
२. यजुर्वेद
यजुर्वेद में मुख्यतया कर्मकांड का वर्णन है । अर्थात मनुष्य अपने प्राप्त ज्ञान का किस प्रकार मनोवांछित एवं मोक्ष पाने के लिए प्रयोग करे ।
➤इस वेद की दो शाखाएँ हैं शुक्ल और कृष्ण । 40 अध्यायों में 1975 मंत्र हैं ।
३. सामवेद
सामवेद में ईश्वर-स्तुति, वंदना-उपासना और आध्यात्मिक उन्नति के उपायों का वर्णन है ।साम अर्थात रूपांतरण और संगीत । इसमें भक्तिमय व शांतिदायक प्रार्थनाएं हैं, जो मानसिक और आध्यात्मिक विकास में बड़ी सहायक हैं ।
➤इस वेद में ऋग्वेद की ऋचाओं (मंत्रों) का संगीतमय रूप है । इसमें मूलत: संगीत की उपासना है । इसमें 1875 मंत्र हैं ।
४. अथर्ववेद
अथर्ववेद में विज्ञान और तकनीकी ज्ञान का समावेश है । जैसे - मनोविज्ञान, अर्थशास्त्र, समाजशास्त्र, राजनीति, कृषि, आयुर्वेद, सृष्टि-विज्ञान, गणित, ज्योतिष, भौतिक शास्त्र, रसायन शास्त्र, सैन्य विज्ञान आदि ।
➤यह वेद सबसे बड़ा है, इसमें 20 अध्यायों में 5687 मंत्र हैं ।