मध्य प्रदेश में भी मनासून की एंट्री हो गई है। इसके बाद प्रदेश के लोगों को गर्मी से कुछ हद तक राहत मिलने की उम्मीद है। वैसे तो एमपी में मानसून के एंटर होने की सामान्य तारीख 15 जून है। साल 2024 में यह 6 दिन लेट हो गया था। पिछली बार प्रदेश में 21 जून को 6 दिन की देरी से आया था।
सोमवार 16 जून की दोपहर प्रदेश में मानसून ने दस्तक दी। प्रदेश में बड़वानी, खरगोन, खंडवा और बुरहानपुर के रास्ते मानसून पहुंचा। इस बार मानसून 1 दिन देरी से आया। सोमवार 16 जून की दोपहर प्रदेश के कई जिलों में भारी बारिश हुई। इनमें बड़वानी, खंडवा, खरगोन, बुरहानपुर, टीकमगढ़, अशोकनगर, रीवा समेत अन्य जिले शामिल हैं।
भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने जून से सितंबर तक के चार महीनों के दौरान राज्य में 104 से 106% बारिश होने का अनुमान लगाया है। यानी इस बार राज्य में 40 इंच या उससे ज्यादा पानी बरस सकता है। मौसम विभाग ने 27 मई को पूर्वानुमान जारी किया था।
मानसून की एंट्री से खंडवा में दिन में ही अंधेरा हो गया और जमकर बारिश हुई। दिन में ही लोगों को वाहनों की हेडलाइट जलानी पड़ी। बड़वानी में तेज हवाएं चलीं और बारिश शुरू हो गई। सड़कों पर झमाझम पानी बहने लगा। सोमवार दोपहर टीकमगढ़ में 20 मिनट तक बारिश हुई। रविवार रात को भी आधे घंटे तक बारिश हुई। टीकमगढ़ में 20 मिनट तक बारिश हुई। रविवार रात भी यहां आधे घंटे तक बारिश हुई। रीवा में दोपहर 3 बजे के बाद मौसम बदल गया। तेज बारिश शुरू हो गई। अशोकनगर में सोमवार दोपहर आधे घंटे से अधिक समय तक तेज बारिश हुई। सतना में सोमवार दोपहर काले बादल छा गए। तेज बारिश शुरू हो गई। हरदा में सुबह से ही नमी अधिक थी। दोपहर में बारिश होने से मौसम ठंडा हो गया।
26 मई को देश में एंटर हुए मानसून मुंबई, पुणे समेत महाराष्ट्र के कई शहरों को भिगोया। यहां मानसून 15 दिन पहले पहुंच गया, जबकि यहां मानसून के पहुंचने की सामान्य तिथि 10 जून तक है। हालांकि इसके बाद मानसून एक ही जगह रुक गया।