महाकाल दर्शन के लिए 7 लाख से ज्यादा भक्त पहुंचे उज्जैन


स्टोरी हाइलाइट्स

सोमवार को ही महाकाल की श्रावण मास की तीसरी सवारी भी निकलेगी। मंगलवार को नागपंचमी होने से भक्त महाकाल के साथ नागचंद्रेश्वर मंदिर के दर्शन करने भी आएंगे।

उज्जैन। ज्योतिर्लिंग महाकाल मंदिर में सावन के तीसरे सोमवार को सिंहस्थ जैसा नजारा नजर आ रहा है. एक अनुमान के अनुसार यहां आज 7 लाख से ज्यादा भक्त महाकाल दर्शन के लिए आ चुके हैं. 1 अगस्त को सावन सोमवार के बाद 2 अगस्त को नागपंचमी होने से उज्जैन में भक्तों की यह भीड़ उमड़ पड़ी है. सोमवार को ही महाकाल की श्रावण मास की तीसरी सवारी भी निकलेगी। मंगलवार को नागपंचमी होने से भक्त महाकाल के साथ नागचंद्रेश्वर मंदिर के दर्शन करने भी आएंगे। रविवार को ही महाकाल मंदिर में आधिकारिक रूप से करीब साढे 3 लाख भक्तों ने महाकाल के दर्शन किए थे.

इस बार श्रावण मास की शुरुआत से ही शहर में आस्था का सैलाब उमड़ रहा है। देशभर से लाखों श्रद्धालु भगवान महाकाल के दर्शन करने के लिए उज्जैन आ रहे हैं। रविवार को लाखों लोगों की मौजूदगी से महाकुंभ जैसा नजारा दिखाई दिया। कलेक्टर आशीषसिंह ने बताया रविवार को करीब 3 लाख भक्तों ने भगवान महाकाल के दर्शन किए। श्रावण मास का दूसरा सोमवार व नागपंचमी महापर्व होने से श्रद्धालुओं की संख्या बहुत अधिक रह सकती है। प्रशासन ने लाखों भक्तों को कम समय में भगवान महाकाल के दर्शन कराने के लिए पुख्ता इंतजाम किए हैं। 

श्रावण के तीसरा सोमवार पर महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग मंदिर में तड़के 2:30 बजे गर्भ गृह के पट खोले गए. सर्वप्रथम बारह ज्योतिर्लिंगों में से एक दक्षिण मुखी बाबा महाकाल के मंदिर के कपाट खोले गए। महाकाल को जल से स्नान कराने के पश्चात दूध,दही ,घी ,शहद फलों के रस से बने पंचामृत से अभिषेक पूजन किया गया।