दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल शराब नीति मामले में पूछताछ के लिए केंद्रीय जांच एजेंसी ईडी के सामने पेश नहीं होंगे। आप सूत्रों के मुताबिक, वह पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान के साथ मध्य प्रदेश के सिंगरौली में रैली करेंगे।
ईडी ने केजरीवाल को 30 अक्टूबर को पूछताछ के लिए बुलाया है। इसे लेकर केजरीवाल ने गुरुवार 2 नवंबर को सुबह 9 बजे ईडी को जवाब भेजकर कहा कि यह नोटिस अवैध और राजनीति से प्रेरित है। केजरीवाल ने कहा कि बीजेपी के इशारे पर उन्हें चुनाव प्रचार के लिए चार राज्यों में जाने से रोकने के लिए नोटिस भेजा गया है। ईडी को यह नोटिस वापस लेना चाहिए।
अप्रैल में शराब नीति मामले में सीबीआई ने केजरीवाल से करीब साढ़े 9 घंटे तक पूछताछ की गई थी। शराब नीति मामले में दिल्ली के पूर्व डिप्टी सीएम मनीष सिसौदिया और आप सांसद संजय सिंह जेल में हैं।
केजरीवाल के पूछताछ के लिए जाने की संभावना के बीच दिल्ली विधानसभा अध्यक्ष रामनिवास गोयल उनके घर पहुंचे और उनसे मुलाकात की। केजरीवाल के सुबह 10 बजे राजघाट जाने की भी संभावना थी। इसको लेकर राजघाट पर पुलिस की व्यवस्था की गयी थी।
दिल्ली सरकार की मंत्री आतिशी ने मंगलवार को दावा किया था, कि ईडी 2 नवंबर को मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को गिरफ्तार कर सकती है। केजरीवाल के बाद I.N.D.I.A गठबंधन के अन्य नेता भी होंगे गिरफ्तार। इसके बाद झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन, बिहार के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव, केरल के सीएम पी विजयन, तमिलनाडु के सीएम एमके स्टालिन और बंगाल की सीएम ममता बनर्जी के नाम शामिल हैं।
इसी साल अप्रैल में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से शराब नीति मामले में उनके दफ्तर में सीबीआई ने करीब साढ़े 9 घंटे तक पूछताछ की थी। केजरीवाल से करीब 56 सवाल पूछे गए।
सीबीआई द्वारा पूछताछ किए जाने के बाद केजरीवाल ने कहा कि हमारे पास छिपाने के लिए कुछ भी नहीं है। यह पूरा कथित शराब घोटाला झूठ, मनगढ़ंत और गंदी राजनीति से प्रेरित है। आम आदमी पार्टी पूरी तरह से ईमानदार पार्टी है। हम लड़ेंगे और मरेंगे लेकिन अपनी अखंडता से कभी समझौता नहीं करेंगे।' वे आम आदमी पार्टी को खत्म करना चाहते हैं, लेकिन देश की जनता हमारे साथ है।'