भोपाल। प्रदेश में नवम्बर 2024 की तुलना में नवम्बर 2025 में प्याज के थोक दोमों में सबसे अधिक 84.6 प्रतिशत की गिरावट दर्ज हुई है, लेकिन राज्य के कृषि मंत्री ऐदल सिंह कंषाना ने इस गिरावट को नियंत्रित करने से इंकार कर दिया है।
कृषि मंत्री का कहना है कि प्याज फसल के भाव मांग और पूर्ति के सिद्धांत पर आधारित हैं। कभी-कभी बाजार में मांग की तुलना से अधिक आवक हो जाने के कारण भाव में अल्प समय के लिये कमी हो जाती है।
प्याज का बाजार मूल्य पूर्णत: मांग आपूर्ति की स्थिति, अंतर्राज्यीय उत्पादन, अंतर्राष्ट्रीय परिस्थिति, परिवहन लागत एवं केन्द्र सरकार की निर्यात- आयात नीतियों से प्रभावित होता है। प्याज एक अत्यंत संवेदनशील एवं उतार-चढ़ाव वाली फसल है, जिसके भाव किसी एक राज्य अथवा स्थानीय व्यवस्था द्वारा नियंत्रित किये जा सकना संभव नहीं हो पाता है।
कृषि मंत्री का कहना है कि प्रदेश में प्याज का उत्पादन वर्ष 2022-23 में 54.06 लाख मीट्रिक टन था जो वर्ष 2024-25 में 57.58 लाख मीट्रिक टन तक बढ़ा है।
डॉ. नवीन आनंद जोशी