मध्य प्रदेश कांग्रेस में लगातार टूट का सिलसिला जारी है। जैसे-जैसे लोकसभा चुनाव का समय नज़दीक आ रहा है। वैसे-वैसे कांग्रेसी भाजपामय होते जा रहे हैं। कहा जा रहा है, कि पार्टी को विधानसभा चुनाव में मिली करारी हार और पार्टी नेतृत्व का कमज़ोर होना इस पलायन का कारण माना जा रहा है।
आंकड़ों पर नज़र डालें तो एमपी में अब तक 17000 से भी ज़्यादा कांग्रेसी भाजपा का दामन थाम चुके हैं। नेता कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में आ तो रहे हैं, लेकिन बीजेपी में उनका राजनीतिक भविष्य क्या होगा इसे लेकर संशय बरकरार है।
वहीं मध्य प्रदेश के पूर्व गृहमंत्री भूपेन्द्र सिंह के हाल ही में वायरल बयान से हड़कंप मच गया। वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें उन्होंने बीजेपी में आने वाले नेताओं को लेकर बात की है।
वीडियो वायरल होने के बाद कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में शामिल हुए नेताओं को अपने भविष्य की चिंता सताने लगी है। भूपेन्द्र सिंह के इस बयान ने पार्टी को सोचने पर मजबूर कर दिया है।
वीडियो में उन्होंने कहा है कि ग्वालियर में मीटिंग थी तो माननीय अमित शाह जी आये। इसलिए वह कार्यकर्ताओं से चुनाव के बारे में बात कर रहे थे। अगले चुनाव में क्या करना चाहिए, कौन सी योजना अपनानी चाहिए? तभी एक कार्यकर्ता ने पूछा सर इन नई भर्तियों का क्या करें?
इस पर शाह ने जवाब दिया कि जो लोग 15 साल से पार्टी में काम कर रहे हैं वो हाथ उठाएं, तो कई लोगों ने हाथ खड़े कर दिए। इस पर अमित शाह ने कार्यकर्ताओं से पूछा कि 15 साल में आपको क्या मिला?
तिस पर कार्यकर्ताओं ने कहा कि मुझे कुछ नहीं मिला। अमित शाह ने जवाब दिया कि जब आपको 15 साल में कुछ नहीं मिला तो आज 15 दिन पाने वालों को क्या मिलेगा?
इस वीडियो को कांग्रेस ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर शेयर किया है। कांग्रेस को अपने कार्यकर्ताओं के बीजेपी में शामिल होने की चिंता सता रही है।
ऐसे में पार्टी के लिए अपने असंतुष्ट नेताओं को मनाने के लिए ये वीडियो ही काफी है। कांग्रेस ने अपनी सोशल मीडिया साइट एक्स पर पोस्ट करते हुए कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में शामिल हुए नेताओं के लिए एक अहम संदेश लिखा है।
दूसरी ओर बीजेपी ने न्यू ज्वाइनिंग टीम का प्रदेश प्रभारी वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री नरोत्तम मिश्रा को बनाया है। जबकि संजय पठान को सह प्रभारी बनाया गया है। दोनों नेता मिलकर कांग्रेस नेताओं पर बीजेपी में शामिल होने का दबाव बना रहे हैं।
1 जनवरी से 19 मार्च तक 79 दिनों की अवधि में एक पूर्व मंत्री, 9 पूर्व विधायक, सैकड़ों नेता और 12,000 कार्यकर्ता भाजपा में शामिल हुए। हर दिन 200 कांग्रेसी पार्टी छोड़ रहे हैं और ज्यादातर नेता समर्थक और कार्यकर्ता बीजेपी में शामिल हो रहे हैं। यह सिलसिला गुरुवार 28 मार्च को भी जारी रहा। अब तक इनकी संख्या 17 हजार के पार पहुंच गई है।