भारत के स्टार भाला फेंक खिलाड़ी नीरज चोपड़ा ने फिर देश को गौरवान्वित किया है। चोपड़ा ने मंगलवार 24 जून को गोल्डन स्पाइक मीट में अपना पहला खिताब जीता। प्रतिस्पर्धा करने वाले नौ एथलीटों में से नीरज ने 85.29 मीटर का सर्वोच्च विजयी थ्रो फेंका। पेरिस डायमंड लीग जीतने के चार दिन बाद यह नीरज की दूसरी अंतरराष्ट्रीय जीत थी।
दक्षिण अफ्रीका के डौवे स्मिट 84.12 मीटर के साथ दूसरे स्थान पर रहे और दो बार के विश्व चैंपियन ग्रेनेडा के एंडरसन पीटर्स 83.63 मीटर के साथ तीसरे स्थान पर रहे। चोपड़ा मीट के दूसरे राउंड के अंत में तीसरे स्थान पर थे, लेकिन तीसरे राउंड में 85.29 मीटर के थ्रो के साथ शीर्ष पर पहुंच गए। उन्होंने अपने अगले दो प्रयासों में 82.17 मीटर और 81.01 मीटर थ्रो किया और अंतिम प्रयास में फाउल किया।
रियो ओलंपिक के स्वर्ण पदक विजेता जर्मनी के थॉमस रोहले 79.18 मीटर के खराब थ्रो के साथ सातवें स्थान पर रहे। वहीं, चोपड़ा के सबसे बड़े प्रतिद्वंद्वी जर्मनी के जूलियन वेबर खिताबी रेस से बाहर रहे।
फिटनेस कारणों के चलते चॉप ने गोल्डन स्पाइक मीट के पिछले दो सत्रों को मिस किया। उनके कोच जान जेलेंजी ने यहां नौ बार खिताब जीता है। इस जीत के साथ ही वह अपने कोच के पसंदीदा खिताब जीतने वालों की सूची में शामिल हो गए हैं। इस इवेंट से पहले चोपड़ा यहां खिताब जीतने के लिए काफी उत्सुक नजर आए।
27 वर्षीय चोपड़ा इस सीजन में मई में दोहा डायमंड लीग में 90 मीटर से ज्यादा भाला फेंक चुके हैं। 5 जुलाई को बेंगलुरू में नीरज चोपड़ा क्लासिक में एक बार फिर मैदान में उतरेंगे।