स्टोरी हाइलाइट्स
यह मान्यता प्राचीन काल से चली आ रही है कि कुछ पाने के लिए कुछ खोना पड़ता है, खोने का अर्थ यह नहीं है कि आपको कुछ नुकसान उठाना पड़ेगा| खोने का अर्थ है जो भी हम प्राप्त कर रहे हैं उसके बदले में उसका मूल्य चुकाना|
....अतुल विनोद
यह मान्यता प्राचीन काल से चली आ रही है कि कुछ पाने के लिए कुछ खोना पड़ता है, खोने का अर्थ यह नहीं है कि आपको कुछ नुकसान उठाना पड़ेगा| खोने का अर्थ है जो भी हम प्राप्त कर रहे हैं उसके बदले में उसका मूल्य चुकाना|
मूल्य किसी भी रूप में देना पड़ सकता है, कुछ प्राप्त करने के लिए हम जो दे रहे हैं वह घाटा नहीं है| लाइफ में बिना खतरे के लाभ नहीं उठाया जा सकता, मूल्य चुकाए बिना अनुभव हासिल करना और बिना काम किए पुरस्कार प्राप्त करना ठीक उसी तरह है जैसे बिना पैदा हुए जिंदा रहना| त्याग सफलता का अनिवार्य हिस्सा है|
आप जब भी कुछ हासिल करना चाहते हैं तो आपसे कहा जाता है सफलता के बदले में कुछ देना पड़ेगा| जो भी आप प्राप्त कर रहे हैं उसके बदले यदि आपका थोड़ा सा समय, ऊर्जा,धन लगता है तो इसका मतलब नुकसान उठाना नहीं होता| क्योंकि जितनी उर्जा आप देंगे उसके बदले में जो आपको प्राप्त होगा शायद उस उर्जा से वह ज्यादा होगा| यदि आप समय देते हैं तो समय भी आपके जीवन की ऊर्जा का एक रूप है, यदि आप धन दे रहे हैं तो धन भी आप के समय और कार्य रूपी ऊर्जा का रूपांतरण मात्र है| धन भले ही एक सिंबल है, एक कागज का टुकड़ा है, लेकिन दरअसल बोध आपके जीवन की ऊर्जा ही है|
कुल मिलाकर जो आप प्राप्त करते हैं वह एक ऊर्जा है और जो आप देते हैं वह भी एक ऊर्जा है| इसी को त्याग कहते हैं|
शारीरिक, मानसिक, भावनात्मक और आध्यात्मिक ऊर्जा खर्च किए प्राप्त करने की कल्पना व्यर्थ है| हां ऐसे लोग होंगे जिन्हें बिना कुछ किए और दिए ही कुछ प्राप्त हो गया हो| लेकिन देर सबेर, इस जन्म में अगले जन्म में, उन्हें उसका मूल्य चुकाना पड़ेगा, हो सकता है उन्होंने पूर्व में उसका मूल्य चुका दिया हो|