वन विभाग के इंदौर सर्किल में अफसर्स -सप्लायर्स नेक्सस सक्रिय, नियमों की हो रही अनदेखी


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स्टोरी हाइलाइट्स

धार वन मंडल में क्रय भंडार नियम का उल्लंघन कर किए निविदा..!!

भोपाल: वन विभाग के इंदौर सर्किल में अफसर्स -सप्लायर्स नेक्सस सक्रिय है। नेक्सस से जुड़े कारोबारियों को ही सप्लायर का वर्क आर्डर मिले, इसके लिए आईएफएस अधिकारी क्रय भंडार नियम और वन बल प्रमुख के निर्देशों का उल्लंघन करने से बाज नहीं आ रहे हैं। ताजा मामला इंदौर सर्किल के धार वन मंडल से जुड़ा है। इसकी शिकायत वन-बल प्रमुख मुख्यालय भोपाल को कर जांच कराने की मांग की गई है। 

धार के हितेंद्र भावसार ने मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव, अपर मुख्य सचिव वन अशोक वर्णवाल और वन बाल प्रमुख असीम श्रीवास्तव सहित कई प्रधान मुख्य वन संरक्षक को लिखे शिकायती पत्र में उल्लेख किया है कि वन मण्डल अधिकारी धार द्वारा 03 जुलाई को पांच नीविदाएं जिनका निविदा क्रमांक GEM/2025/B/6413130, GEM/2025/B/6411838, GEM/2025/B/6412580, GEM/2025/B/6412737 और GEM/2025/B/6413223 जेम पोर्टल पर प्रकाशित की गई थी। जोकि 4 जुलाई एवं 5 जुलाई को जेम पोर्टल पर पूर्ण भी कर दी गई। यह निविदा क्रय भंडार नियम का सीधा उल्लंघन तथा किसी व्यक्ति विशेष को लाभ पहुंचाने के उद्देश्य से लगाई गई है। जबकि पूर्व में भी उक्त निविदा में मांगी गई सामग्री के लिए निविदा प्रकाशित की गई थी,  जिसे समय पूर्ण होने पर बिना खोले बिना किसी कारण के रद्द कर दिया गया था।

ऐसा एक बार नहीं, बल्कि तीन बार किया गया। नियम यह है कि निर्धारित समय से पहले निविदा निरस्थ की जाती है तो इसकी परमिशन वन मुख्यालय से लेना आवश्यक है। धार वन मंडलाधिकारी ने मुख्यालय से अनुमति लेने की आवश्यकता उचित नहीं समझा। सूत्रों का कहना है कि इंदौर सर्किल वन संरक्षक से जुड़े कारोबारी को लाभ पहुंचाने के लिए धार पर दबाव बनाया गया है। 

हॉफ भी नहीं तोड़ पाए नेक्सस

वन विभाग में अफसर्स -सप्लायर्स नेक्सस को तोड़ने के लिए वन बल प्रमुख असीम श्रीवास्तव ने उत्तम शर्मा कमेटी का गठन किया और पूरे प्रदेश के लिए एकजाई नियम बनाए पर वह कारगर साबित नहीं हो पाया। नेक्सस विभाग प्रमुख पर भारी पड़ा और वह अपने चहेती फर्मों के मनमाफिक  निविदाओं शर्ते जोड़कर वर्क ऑडर दिए जा रहें है। विभाग मुखिया ने फील्ड कर दिया आदमी को निर्देश दिए थे कि जेम पर बुलाई गई निविदाओं की जानकारी विभाग के पोर्टल पर भी  अपलोड करें किन्तु इस निर्देश का भी पालन नहीं किया जा रहा है। यहां पंजाबी उल्लेखनीय है कि पूर्व में एक रिपोर्ट आईटी शाखा से  हॉफ को भेजी गई थी पर इसे भी गंभीरता से नहीं लिया गया।