भोपाल: प्रदेश के जंगलों से एकत्रित की जाने वाली 32 प्रकार की लघु वनोपजों के न्यूनतम समर्थन मूल्य में 25 प्रतिशत की वृध्दि की जायेगी। इसका निर्णय वन विभाग के अधीन कार्यरत स्टेट लघु वनोपज संघ ने ले लिया है। मुख्यमंत्री मोहन यादव ने भी विभागीय गतिविधियों पर चर्चा के दौरान निर्देश दिये हैं कि इन वनोपजों के न्यूनतम समर्थन मूल्य में वृध्दि का प्रस्ताव ट्राईफेड यानि केंद्र सरकार के भारतीय जनजातीय सहकारी विपणन विकास महासंघ को भेजा जाये क्योंकि यही संस्था इन लघु वनोपजों के लिये वित्त पोषण करती है।
उल्लेखनीय है कि प्रदेश में वर्तमान में इन 32 लघु वनोपजों का प्रति किलोग्राम की दर से न्यूनतम समर्थन मूल्य पर क्रय किया जाता है : अचार गुठली 130 रुपये, बहेड़ा 25 रुपये, हर्रा 20 रुपये, बेलगुदा 30 रुपये, चकोड़ा बीज 20 रुपये, शहद 225 रुपये, करंज बीज 40 रुपये, लाख कुसमी 275 रुपये, लाख रंगीनी 200 रुपये, महुआ गुल्ली 35 रुपये, महुआ फूल 35 रुपये, नीम बीज 30 रुपये, नगर मौथा 35 रुपये, सालबीज 20 रुपये, जामुन बीज 42 रुपये, आंवला गूदा 52 रुपये, भिलावा 9 रुपये, अनंत मूल 35 रुपये, अमलतास बीज 13 रुपये, अर्जुन छाल 21 रुपये, गिलोय 40 रुपये, कोंच बीज 21 रुपये, कालमेघ 35 रुपये, बायबंडग बीज 94 रुपये, धवई फूल 37 रुपये, वन तुलसी पत्तियां 22 रुपये, कुटज यानि सूखी छाल 31 रुपये, मकोय यानि सूखे फल 24 रुपये, अपंग पौधा 28 रुपये, इमली बीज 36 रुपये, सतावरी की सूखी जड़ 107 रुपये, एवं गुडमार 41 रुपये प्रति किलोग्राम।
उक्त के अलावा, लघु वनोपज संघ ने 39 और लघु वनोपजों के न्यूनतम समर्थन मूल्य निर्धारण का प्रस्ताव तैयार कर राज्य शासन की स्वीकृति हेतु भेजा है, जिनका क्रय संघ करता है। ये 39 वनोपजे हैं : पलाश सूखे फूल, एलोवेरा पल्प, धतुरा पंचंग, खस रुट, खैर छाल, बबूल गम, बाला, कालीहरी, कुदा सीड, नेट कलेक्टेड महुआ फूल, मुंगा लीफ, मुंगा छाल, मगधपरनी, सिरस छाल, विधारा मूल, चित्रक, निम्बोली, निर्गुंडी, भृंगराज, भुई एओनला, पाडल छाल, पुनर्वा मूल, पलाश छाल, शरपुंखा, डरभा, केटरी, नीम छाल, नगबाला, अक मूल, एओनला ताजा, मेंगो सीड, अडुसा लीव्स, अश्वगंधा, अनंत मूल, गंभरी छाल, गुलर छाल, लोधरा एवं लाजवंती।
डॉ. नवीन आनंद जोशी