MP News: मध्य प्रदेश आज अपना 68वां स्थापना दिवस बड़ी ही धूमधाम के साथ मना रहा हैं. उसी स्थापना दिवस के दिन ही प्रदेश को एक बड़ी सौगात मिली हैं. दरअसल, संयुक्त राष्ट्र शैक्षिक, वैज्ञानिक तथा सांस्कृतिक संगठन UNESCO ने ग्वालियर को ‘सिटी ऑफ म्यूजिक’ के रूप में चुना है.
ग्वालियर की यह ख्याति संगीत सम्राट तानसेन और महान बैजू बावरा के कारण स्थापित है. अब ग्वालियर को सिटी ऑफ म्यूजिक घोषित किए जाने से भारतीय संगीत को विश्व पटल पर भी एक नई पहचान मिलेगी. साथ ही अंतरराष्ट्रीय स्तर के कार्यक्रम अब ग्वालियर में होंगे और इससे पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा.
ग्वालियर को सिटी ऑफ म्यूजिक का दर्जा दिलाने में केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया की भूमिका भी काफी अहम हैं. उन्होंने ग्वालियर का नाम UNESCO सिटी में शामिल हो, इसके लिए समर्थन पत्र जून में लिखा गया था. जिसमें ग्वालियर के महान सांस्कृतिक व संगीत के इतिहास की चर्चा और ग्वालियर घराने के महान संगीतकार बैजू बावरा और तानसेन का भी ज़िक्र किया गया था.

इस पत्र में यह भी जिक्र किया गया है कि सिंधिया राजघराने द्वारा आज भी ऐतिहासिक संगीत और पारंपरिक वाद्य यंत्र बजाने वाले कलाकारों का संरक्षण दिया जाता है. आज भी महल में पीढ़ियों से संगीतकारों के परिवार रह कर अपनी साधना कर रहे हैं.
वहीं, इतिहास में भी दर्ज हैं कि ग्वालियर का सिंधिया राजघराना संगीत से लेकर कलाकारों को संरक्षित करने के लिए हमेशा तत्पर रहा है. ग्वालियर को हासिल हुई इस उपलब्धि से ना सिर्फ सिंधिया परिवार बल्कि देश का भी सम्मान अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बढ़ेगा.