भोपाल के वन विहार नेशनल पार्क में कई सालों से पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र रही 15 वर्षीय सफेद बाघिन 'रिद्धि' की मौत हो गई। वन बिहार नेशनल पार्क में आखिरी बची सफेद बाघिन रिद्धि की मृत्यु संभवतः वृद्धावस्था संबंधी समस्याओं के कारण हुई। एक पशु चिकित्सक ने गुरुवार को यह जानकारी दी।
सफेद बाघिन रिद्धि का स्वास्थ्य कई दिनों से खराब चल रहा था। खराब स्वास्थ्य के चलते रिद्धि ने पिछले दो दिनों से खाना नहीं खाया था जिसके कारण आज उसकी मौत हो गई।
28 सितंबर 2013 को चार साल की उम्र में रिद्धि को इंदौर चिड़ियाघर से भोपाल के वन विहार राष्ट्रीय उद्यान नेशनल पार्क में लाया गया था। पार्क में रिद्धि लोगों के आकर्षण का केंद्र रही। सफेद बाघ रिद्धि को देखने के लिए पर्यटक भी वन विहार आया करते थे। सफेद बाघिन को डिस्प्ले वार्ड में रखा गया ताकि लोग उसे आसानी से देख सकें।
बताया जा रहा है कि सफेद बाघिन रिद्धि की मौत 18-19 सितंबर की दरमियानी रात को हुई। अगले दिन वह वार्ड में पड़ी मिली। वार्ड में रिद्धि को पड़ा देख तुरंत वन्य जीव चिकित्सक को बुलाया और उसकी जांच कराई। जांच के बाद डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया।
सफेद बाघिन रिद्धि की मौत के बाद वन्य जीव पशुचिकित्सक डॉ. अतुल गुप्ता, डॉ. हमजा नदीम फारूकी और व्हाइट लाइफ एसओएस डॉ. रजत कुलकर्णी ने बाघ का पोस्टमार्टम किया। डॉक्टरों ने बताया कि बढ़ती उम्र के कारण शरीर के कुछ अंगों ने काम करना बंद कर दिया है। जिसके कारण रिद्धि की मौत हुई।
बादिन रिद्धि के पोस्टमॉर्टम के बाद वन विहार के अधिकारियों की मौजूदगी में अंतिम संस्कार कर दिया गया।