मध्यप्रदेश में भारतीय खाद्य निगम के चार अधिकारी रिश्वत लेने के आरोप में हुए गिरफ्तार, 3 करोड़ बरामद 


स्टोरी हाइलाइट्स

भारतीय खाद्य निगम के चार आधिकारियों को रिश्वत लेने के आरोप में CBI ने गिरफ्तार किया है. यह रिश्वत एक सिक्योरिटी कंपनी से ली जा रही थी.

मध्यप्रदेश में भारतीय खाद्य निगम के चार अधिकारी रिश्वत लेने के आरोप में हुए गिरफ्तार, 3 करोड़ बरामद  भारतीय खाद्य निगम के चार आधिकारियों को रिश्वत लेने के आरोप में CBI ने गिरफ्तार किया है. यह रिश्वत एक सिक्योरिटी कंपनी से ली जा रही थी. CBI प्रवक्ता आरसी जोशी ने बताया की इस काण्ड में भोपाल के डिविजनल मैनेजर हरीश, मैनेजर अकाउंट्स अरुण श्रीवास्तव, मैनेजर सिक्योरिटी मोहन पराडे और सहायक ग्रेड वन किशोर मीणा शामिल है.     गिरफ्तारी के बाद छापेमारी के दौरान CBI को एक लॉकर भी बरामद हुआ है. जिसमें 3 करोड़ रुपये से ज्यादा की नकदी,6 किलो चांदी, नोट गिनने वाली मशीन और 1 किलो से ज्यादा सोना बरामद हुआ है. इस लॉकर में बहुत से लिफाफों में अलग-अलग लोगों के नाम लिखकर पैसे रखे हुए थे. CBI के हिसाब से यह रिश्वत के लिफाफे थे. ख़ास बात ये है कि छापेमारी के दौरान CBI अधिकारियों को रिश्वत के लेनदेन से जुड़ी एक डायरी भी बरामद हुई है. जिसमें रिश्वत के लेनदेन का सारा ब्यौरा दर्ज है. इस डायरी के बरामद होने के बाद भारतीय खाद्य निगम के अधिकारियों में हड़कंप मचा हुआ है. CBI का आरंभिक तौर पर मानना है कि बड़े अधिकारियों के लिए रिश्वत की रकम छोटे ग्रेड का अधिकारी एकत्र करता था. क्या है मामला?  गुरुग्राम की एक सिक्योरिटी कंपनी ने CBI की भ्रष्टाचार निरोधक शाखा में इन अधिकारीयों के खिलाफ शिकायत दर्ज करवाई थी. जिसमें उनने बताया था कि उनकी कंपनी को भारतीय खाद्य निगम के गोदामों पर सुरक्षा देने का ठेका मिला था और इस ठेके के भुगतान के लिए मिलने वाले चेक्स को जारी करने के बदले भारतीय खाद्य निगम के अधिकारी रिश्वत मांग रहे थे. सिक्योरिटी कंपनी द्वारा रिश्वत देने में असमर्थता जाहिर करने पर  भारतीय खाद्य निगम के अधिकारियों ने चेक देने में टालमटोल करना शुरू कर दी. कंपनी द्वारा FCI के अधिकारी हर चेक देने के बदले 50000 से 70000 रुपये तक की रकम रिश्वत मांग रहे थे. पहले यह रकम लाखों में मांगी जा रही थी. सिक्योरिटी कंपनी के अधिकारियों को यह लगने लगा के रिश्वत तो देनी ही पड़ेगी तो उन्होंने इस बाबत सीबीआई की भ्रष्टाचार निरोधक शाखा में  शिकायत कर दी.  जिसकी CBI ने मामले की शुरूआती जांच कर पाया के ये मामला सही है फिर CBI ने जाल बिछाया और रिश्वत ले रहे किशोर मीणा को गिरफ्तार कर लिया. उससे पूछताछ और आगे की जांच के दौरान अन्य 3 लोगों को भी गिरफ्तार कर लिया गया. साथ ही सीबीआई को एक डायरी भी हाथ लगी है. जिसमें FCI के अनेक अधिकारियों के नाम शामिल हैं और उनके आगे यह भी लिखा हुआ है कि उन्हें रिश्वत की कितनी-कितनी रकमें दी गई थी. सूत्रों के मुताबिक इस डायरी के बरामद होने से FCI के बड़े अधिकारियों में भी हड़कंप मचा हुआ है. मामले की जांच जारी है.