- खरीफ की फसलों की बुआई जून-जुलाई में की जाती है। धान, ज्वार, बाजरा, मक्का, तिल, मूँगफली, अरहर आदि खरीफ की फसलों के अंतर्गत आती हैं।
- जायद की फसलों को मार्च से जुलाई के मध्य बोया जाता है। तरबूज, खरबूज, ककड़ी तथा पशुचारा जायद की फसलों के अंतर्गत आती हैं।
- कपास, गन्ना, तिलहन, चाय, जूट तथा तंबाकू व्यापारिक या नकदी फसलें हैं।
- हिंदुस्तान में सर्वाधिक मात्रा में चावल का उत्पादन होता है।
- हिंदुस्तान में नाइट्रोजन उर्वरकों का सबसे अधिक उपयोग होता है।
- विश्व में हिंदुस्तान मसालों का सबसे बड़ा उत्पादक, उपभोक्ता और निर्यातक देश है।
- रबड़ के उत्पादन में हिंदुस्तान का विश्व में चौथा स्थान है।
- रबड़ की प्रति हेक्टेयर उत्पादक में हिंदुस्तान का विश्व में पहला स्थान है।
- हरित क्रांति से गेहूँ के उत्पादन में सबसे अधिक वृद्धि हुई।
- अंगूर की प्रति हेक्टेयर उपज में हिंदुस्तान का विश्व में पहला स्थान है।
- ट्रैक्टर्स के उपयोग की दृष्टि से हिंदुस्तान का विश्व में चौथा स्थान है।
- हिंदुस्तान काली चाय का विश्व में सबसे बड़ा उत्पादक और उपभोक्ता देश है।
- हिंदुस्तान का विश्व दुग्ध उत्पादन में पहला स्थान है।
- अंडों के उत्पादन में हिंदुस्तान का विश्व में तीसरा स्थान है।
- हिंदुस्तान विश्व का सबसे बड़ा चमड़ा उत्पादक देश है।
- ‘ऑपरेशन फ्लड’ कार्यक्रम सन् 1970 में शुरू किया गया था।
- ‘ऑपरेशन फ्लड’ कार्यक्रम का संबंध दूध के उत्पादन में बढ़ोतरी से है।
- ‘ऑपरेशन फ्लड’ कार्यक्रम के सूत्रधार डॉ. वर्गीज कूरियन थे।
- विश्व में समुद्री मत्स्य उत्पादन में हिंदुस्तान का छठा स्थान है।
- विश्व में अंतर्देशीय मत्स्य उत्पादन में हिंदुस्तान का दूसरा स्थान है।
- मोती देने वाली मछलियाँ मन्नार की खाड़ी में पकड़ी जाती हैं।
- गुजरात में सबसे अधिक समुद्री मछलियाँ पकड़ी जाती हैं।
- ताजे पानी की सर्वाधिक मछलियाँ पश्चिम बंगाल में पकड़ी जाती है।
- मछली उत्पादन में पश्चिम बंगाल पहले स्थान पर है।