MP Lok sabha Election 2024: जीतू पटवारी ने मान लिया है, कि इंदौर में बीजेपी उम्मीदवार शंकर लालवानी जीतेंगे, इस बीच सवाल ये है कि क्या कांग्रेस ने चुनाव से पहले ही हार मान ली है?
इंदौर लोकसभा चुनाव 2024 पर जीतू पटवारी
मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष जीतू पटवारी ने स्वीकार किया है कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के उम्मीदवार शंकर लालवानी इंदौर में चुनाव जीतेंगे, लेकिन फिर भी उन्होंने जनता से बटन दबाने की अपील की लोगों को बताया गया कि किस तरह से लोकतंत्र की हत्या करने की कोशिश की गई है।”
इंदौर के लोगों से पीसीसी चीफ जीतू पटवारी लगातार इंदौर में लोगों से नोटा बटन दबाने की अपील कर रहे हैं। इस बीच उन्होंने भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार शंकर लालवानी की जीत भी स्वीकार कर ली है।
इंदौर में 13 तारीख को मतदान होना है। इससे पहले ही सबसे बड़ी विपक्षी पार्टी ने हार मान ली है। कांग्रेस प्रत्याशी अक्षय कांति बम के भाजपा को समर्थन देने के बाद भाजपा की राह आसान हो गयी है, लेकिन अब कांग्रेस नेता खुलेआम इस बात को स्वीकार कर रहे हैं।
कांग्रेस इंदौर में लोगों से नोटा का बटन दबाने की अपील कर रही है। अब सवाल यह उठता है कि अगर देश की किसी भी सीट पर नोटा को किसी भी अन्य उम्मीदवार से ज्यादा वोट मिलते हैं तो नतीजों पर क्या असर पड़ता है?
चुनाव आयोग के अनुसार नोटा वोट शून्य श्रेणी में माना जाता है। यदि 100 प्रतिशत वोट नोटा को जाते हैं तो चुनाव प्रक्रिया दोहराई जाती है। ऐसा यहां बिल्कुल संभव नहीं है। यदि किसी उम्मीदवार को एक भी वोट मिल जाता है तो उसे जीत हुआ मान लिया जाता है। इस प्रकार नोटा के वोट सदैव रद्द वोटों की श्रेणी में जायेंगे।
बीजेपी के प्रदेश प्रवक्ता आशीष अग्रवाल के मुताबिक जीतू पटवारी ने इंदौर ही नहीं बल्कि प्रदेश की कई सीटों पर हार स्वीकार कर ली है। कांग्रेस प्रत्याशियों का भी मनोबल टूटा हुआ है। 4 जून को चुनाव परिणाम आने के बाद कांग्रेस पूरी तरह से बिखर जायेगी। यह स्वागत योग्य है कि जीतू पटवारी ने इंदौर लोकसभा सीट पर हार स्वीकार कर ली है।