धार में 40 घन मीटर अवैध सागवान जब्ती के मामले में चल रही है कछुआ चाल से जांच


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स्टोरी हाइलाइट्स

चल रही है एसडीओ-प्रभारी रेंजर को बचाने की कवायद..!!

भोपाल: वन मंडल धार में आरा मशीन मनावर से  जब्त 40 घन मीटर अवैध सागवान के मामले में जांच कछुआ गति से चल रही है। बताया जाता है कि जांच में वन अधिकारियों एवं कर्मचारियों के बचाने का प्रयास चल रहा है। 

3 सप्ताह बाद भी वन विभाग की टीम या पता लगाने में असफल रही कि 40 घन मीटर सागवान चटपट धार में कहां से आई ? वन विभाग यह भी पता नहीं लगा सकी  कि 2 साल से चल रहे गोरख धंधे में किन-किन अधिकारियों एवं कर्मचारियों का इदरीशखान से सांठ-गांठ है।

सूत्रों का कहना धार में एसडीओ, प्रभारी रेंजर कुक्षी और फारेस्ट गार्ड की मिली भगत से सागवान की अवैध कटाई और उसकी खरीद फरोख्त का गोरखधंधा चल रहा है। सूत्रों की माने धार वन मंडल के आसपास लगे जंगलों से सागवान इमारती लकड़ी की अवैध कटाई अंधाधुंध हो रही है। धार वन मंडल के कुक्षी रेंज के स्टाफ की मिली भगत से इदरीश खान मनावर में स्थापित आरा मशीन की आड़ में सागवान इमारती लकड़ी का वैध कारोबार कर रहा था। 

धार वन परिक्षेत्र के रेंजर महेश कुमार अहिरवार के नेतृत्व में 29 सितम्बर को राजनीति में रसूख रखने वाले इदरीश खान की आरा मशीन पर छापामार कार्रवाई कर 40 घन मीटर सागवान चरपट जब्त किया। इस कार्रवाई के बाद जंगल महक में डीएफओ अशोक कुमार सोलंकी और उनकी टीम की खूब वाह-वाही हुई किन्तु अब पूरी कार्यवाही पर लीपापोती शुरू हो गई है। 

कहां से कट कर आ रही थी इमारती लकड़ी

धार वन विभाग की बड़ी कार्यवाही के बाद यह सवाल उठने लगा है कि इतनी बड़ी मात्रा में सागवान इमारती लकड़ी कहां से काट कर आ रही थी? अवैध कटाई और उसके अवैध खरीद-फरोख्त के गोरख धंधे में वन विभाग के कौन-कौन अधिकारी -कर्मचारी शामिल थे? 

यह सवाल इसलिए भी उठ रहे हैं क्योंकि तीन दिन पहले ही फॉरेस्ट के कर्मचारियों ने निरीक्षण किया था और सब कुछ ओके पाया था। मनावर एसडीओ और कुक्षी के प्रभारी रेंजर की भूमिका पर भी सवाल उठ रहे हैं।