करवा चौथ सुहागिनों के लिए सबसे बड़ा त्योहार है, जो हर साल कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि को मनाया जाता है। इस दिन विवाहित महिलाएं अपने पति की लंबी आयु और सुखी वैवाहिक जीवन के लिए निर्जला व्रत रखती हैं।
करवा चौथ की तारीख और मुहूर्त
इस साल करवा चौथ 1 नवंबर 2023, बुधवार को रखा जाएगा। करवा चौथ व्रत उदयातिथि से मान्य होता है, इसलिए इस साल करवा चौथ व्रत 1 नवंबर 2023 को रखा जाएगा।
करवा चौथ व्रत समय: सुबह 06:36 से रात 08:26 तक
करवा चौथ पूजा मुहूर्त: शाम 05:44 से रात 07:02 तक
चांद निकलने का समय: रात 08:26
करवा चौथ क्यों मनाया जाता है?
करवा चौथ के दिन महिलाएं सूर्योदय से पहले उठकर सरगी खाती हैं। सरगी में मिठाई, फल, दूध, दही, चावल, रोटी आदि शामिल होते हैं। सरगी खाने के बाद महिलाएं पूरे दिन निर्जला व्रत रखती हैं। शाम को महिलाएं 16 श्रृंगार करके चौथ माता, करवा माता और गणपति की पूजा करती हैं। पूजा के बाद महिलाएं छलनी से चांद देखती हैं और पति के हाथों से पानी पीकर अपना व्रत खोलती हैं।
मान्यता है कि करवा चौथ का व्रत करने से महिलाओं को अखंड सौभाग्य प्राप्त होता है। करवा माता उनके पति की लंबी आयु और सुखी वैवाहिक जीवन की रक्षा करती हैं।
करवा चौथ का महत्व करवा चौथ का व्रत सुहागिनों के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण है। इस दिन महिलाएं अपने पति के लिए व्रत रखकर उनकी लंबी आयु और सुखी वैवाहिक जीवन की कामना करती हैं। करवा चौथ के दिन महिलाएं अपने पति के प्रति अपने प्रेम और समर्पण को व्यक्त करती हैं।
करवा चौथ के दिन करें ये काम
* करवा चौथ के दिन सुबह जल्दी उठकर सरगी खाएं।
* पूरे दिन निर्जला व्रत रखें।
* शाम को चौथ माता, करवा माता और गणपति की पूजा करें।
* छलनी से चांद देखें और पति के हाथों से पानी पीकर अपना व्रत खोलें।
* पति को भोजन कराएं और उनकी आरती उतारें।
करवा चौथ के दिन इन बातों का ध्यान रखें
* करवा चौथ के दिन किसी भी तरह के झगड़े या विवाद से बचें।
* व्रत के दौरान किसी भी तरह की अश्लील बातें न करें।
* व्रत के दौरान किसी भी तरह के मांसाहारी भोजन का सेवन न करें।
* व्रत के दौरान किसी भी तरह के नशीले पदार्थों का सेवन न करें।
करवा चौथ एक शुभ त्योहार है। इस दिन महिलाएं अपने पति के लिए व्रत रखकर उनके प्रति अपने प्रेम और समर्पण को व्यक्त करती हैं। करवा चौथ के दिन महिलाओं को अपने पति की लंबी आयु और उनके वैवाहिक जीवन की कामना करनी चाहिए।