बीते कई दिनों से राजधानी भोपाल खबरों की सुर्खियों में बना हुआ था. भोपाल का नाम बदलने की खबरें सुर्खियां बनने के बाद लोगों को यह लगने लगा था कि क्या सच में भोपाल का नाम बदला जायेगा? इन सब के बीच नाम बदलने को लेकर भोपाल से ही एक बड़ी खबर सामने आई हैं. दरअसल, एमपी की राजधानी भोपाल से ही सटे इस्लाम नगर का नाम बदल दिया गया है.
मध्य प्रदेश राजस्व विभाग ने अधिसूचना जारी कर फंदा जनपद स्थित ग्राम पंचायत 'इस्लाम नगर' को अपना पुराना नाम 'जगदीशपुर' दे दिया हैं. इस संबंध में केंद्र सरकार ने पहले ही सहमति दे दी थी. 'इस्लाम नगर' का नाम बदलने की मांग लगभग 30 साल के उठ रही हैं. इसी का परिणाम है कि करीब 308 साल बाद जगदीशपुर को अपना पुराना नाम मिल गया.
हालांकि, 17 साल पहले ही पंचायत ने सरकार को लेटर लिखकर 'जगदीशपुर' नाम पर अपनी NOC जारी कर दी थी. इसके बाद भी लम्बे समय तक नाम बदलने को लेकर स्थानीय जनप्रतिनिधि आवाज़ उठाते रहें. हाल ही में सांसद प्रज्ञा सिंह ठाकुर ने भी इसके लिए एक बयान जारी किया था.
30 साल बाद मिला, 308 साल पुराना इतिहास-
अगर हम इतिहास को देखे तो 'इस्लाम नगर' पहले भोपाल रियासत की राजधानी हुआ करता था. साल 1715 में औरंगजेब के दोस्त व भगोड़े सैनिक मोहम्मद खान ने यहां आक्रमण किया, लेकिन उसे पीठ दिखाकर भागना पड़ा था.
इसके बाद उसने षड्यंत्रकारी नीति अपनाकर राजपूत शासक को बेस नदी के किनारे बुलाकर हत्या कर दी और जगदीशपुर पर कब्जा कर उसका नाम बदल दिया. मोहम्मद खान ने करीब 308 साल पहले 'जगदीशपुर' का नाम बदलकर 'इस्लाम नगर' कर दिया था.
जगदीशपुर को अपना पुराना नाम मिलने से पंचायत में जश्न का माहौल है. इस संबंध में राज्य सरकार की तरफ से नाम बदलने की अधिसूचना भी जारी कर दी गई है. लेकिन अब देखना यहीं होगा कि विधानसभा चुनाव से पहले 'भोपाल' का नाम बदलकर 'भोजपाल' किया जायेगा या नहीं?