'सामूहिक नेतृत्व का इतना बड़ा उदाहरण पहले कभी नहीं देखा' जन-आशीर्वाद यात्रा पर केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद पटेल का बयान


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स्टोरी हाइलाइट्स

केंद्रीय मंत्री पटेल ने आगामी विधानसभा चुनाव में बीजेपी की रणनीति और चुनावी मुद्दों पर बात की..!

बीजेपी मध्य प्रदेश में पांच जन आशीर्वाद यात्राएं निकाल रही है जिसमें केंद्रीय मंत्री और वरिष्ठ नेता हिस्सा ले रहे हैं। अब इस यात्रा को लेकर केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद पटेल की प्रतिक्रिया आई है।
प्रहलाद पटेल मध्यप्रदेश के कटनी पहुंचे। यहां पर केंद्रीय मंत्री पटेल ने आगामी विधानसभा चुनाव में बीजेपी की रणनीति और चुनावी मुद्दों पर बात की। यहां पत्रकारों से बातचीत में उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश में निकाली जा रही यात्रा भाजपा के सामूहिक नेतृत्व का उदाहरण है और ऐसा उदाहरण किसी अन्य पार्टी में देखने को नहीं मिलता है।

आपको बता दें कि बीजेपी ने प्रदेश में जन आशीर्वाद यात्रा निकाली है, जिसमें विंध्य, महाकौशल, मालवा के इंदौर, उज्जैन संभाग और ग्वालियर-चंबल में 10,643 किलोमीटर की यात्रा निकाली जाएगी।

प्रह्लाद पटेल ने कटनी में पत्रकारों से कहा कि यही भारतीय जनता पार्टी की पहचान है। देश में कोई भी पार्टी पांच साल तक सरकार बनाने के बाद जनता के बीच जाने का नैतिक साहस नहीं दिखा सकती। सत्ता विरोधी लहर का एक पैरामीटर तैयार किया गया था, जिसे बीजेपी ने नष्ट करने की कोशिश की है।

हम हर पांच साल पूरे होने से पहले जनता को सूचित करते हैं। भाजपा की एक और पहचान सामूहिक नेतृत्व है, इसलिए हमारा हर नेता नियोजित पांच यात्राओं के प्रचार में शामिल है। सामूहिक नेतृत्व का इससे बड़ा कोई उदाहरण नहीं हो सकता।'' प्रह्लाद पटेल खुद 12 सितंबर को बड़वानी जिले में जन-आशीर्वाद यात्रा में शामिल हुए थे।

केंद्रीय मंत्री पटेल ने आगे कहा, 'जो हमारा लक्ष्य है, जो मोदी जी की विश्वसनीयता है, जो भी शुरू करते हैं उसे पूरा करते हैं। चाहे वह पीएम आवास हो, शौचालय हो या गैस कनेक्शन हो। और अब जल जीवन एक मिशन है। इसकी शुरुआत 3 करोड़ से हुई और बढ़कर 13 करोड़ हो गई है और 2024 आना अभी बाकी है। मुझे लगता है कि विकास ही हमारा मॉडल होगा।

मंत्री ने आगे कहा, 'कांग्रेस के पूर्व पीएम कहते थे कि एक रुपया भेजते हैं तो लोगों तक 15 पैसे पहुंचते हैं। पीएम मोदी की कार्य संस्कृति है कि आप एक रुपया भेजते हैं तो पूरा रुपया आपके पास पहुंचता है। एक बड़ा राजनीतिक बदलाव हुआ है जिसके आधार पर हम चुनाव लड़ेंगे।