नर्मदापुरम,
वर्तमान समय गेहूं उपार्जन का समय है ऐसे में नागरिक आपूर्ति निगम के जिला प्रबंधक का पद रिक्त होना समस्या को और भी बढ़ावा दे रहा है। क्या जिला प्रबंधक पद पर शासन किसी को पदस्थ नहीं करना चाहता था जानबूझकर यह पद खाली रखने की मंशा है। वर्तमान समय क्षेत्रीय प्रबंधक संजय दोशी के पास जिला प्रबंधक का प्रभार है।
क्षेत्रीय प्रबंधक के पास संभाग स्तर का दायित्व है इसलिए उनके द्वारा जिला स्तर का काम सुचारू रूप से कर पाना बेहद मुश्किल प्रतीत हो रहा है। गेहू उपार्जन केंद्रों पर नियमित तरीके से मॉनिटरिंग ना होने से अनियमितताएं दिनों दिन बढ़ती जा रही हैं। कई केंद्रों पर तो अमानक स्तर का गेहूं खरीदा जा रहा है। पिछले 3 महीने से खाली जिला प्रबंधक के पद को लेकर ना तो शासन का कोई ध्यान है और ना ही नागरिक आपूर्ति निगम के प्रबंध संचालक द्वारा इस दिशा में कोई
प्रयास किए जा रहे हैं। कांग्रेस नेताओं का आरोप है कि कि क्षेत्रीय प्रबंधक के पास ही जिला प्रबंधक का पद उपार्जन होने तक रहेगा। इसके लिए भोपाल स्तर से सांठगांठ बनाने का काम भी पूरा हो चुका है।
बरसों से पदस्थ है एक स्थान पर केंद्र प्रभारी
नागरिक आपूर्ति निगम के केंद्रों पर कई केंद्र प्रभारी ऐसे हैं जो बरसों से पदस्थ हैं। आम आदमी पार्टी का आरोप है कि कमाऊ पूत कहे जाने वाले इन केंद्र प्रभारियों को हटाने के लिए वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा इसलिए प्रयास नहीं किया जाता क्योंकि इन केंद्र प्रभारियों के माध्यम से ही भ्रष्ट अधिकारियों का काम चलता है। सीएमआर चावल जमा करने वाले मिलर्स से सांठगांठ बनाकर यही केंद्र प्रभारी तो वरिष्ठ स्तर के अधिकारियों को आर्थिक लाभ पहुंचाते हैं। यही वजह है कि इन केंद्र प्रभारियों को हटाया नहीं जा रहा है। नागरिक आपूर्ति निगम के केन्द्र पिपरिया तथा इटारसी में वर्षों से पदस्थ केंद्र प्रभारियों द्वारा जिस तरह सांठगांठ बनाकर घटिया चावल गोदामों में जमा कराया जा रहा है उसकी जांच हो जाए तो वरिष्ठ अधिकारियों के भी लेने के देने पड़ सकते हैं। एक अनुमान के मुताबिक हर महीने हजारों क्विंटल चावल जमा होता है और मिलर्स द्वारा केंद्र प्रभारी के माध्यम से वरिष्ठ स्तर तक सांठगांठ बनाई जाती है। यदि इन केंद्र प्रभारियों की चल अचल संपत्ति का आकलन किया जाए तो इनके द्वारा किए गए भ्रष्टाचार के बारे में जानने में देर नहीं लगेगी।