मध्य प्रदेश कांग्रेस में सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है। जीतू पटवारी के प्रदेश अध्यक्ष बनने के बाद कांग्रेस में मतभेद की स्थिति जारी है। लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस के असंतुष्ट पूर्व मंत्रियों, विधायकों और नेताओं के पार्टी छोड़ने के बाद अब मामला कांग्रेस हाईकमान को शिकायत पत्र लिखने तक पहुंच गया है। इस मामले को लेकर कांग्रेस नेता और पूर्व प्रवक्ता अमिताभ अग्निहोत्री ने पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और सोनिया गांधी को पत्र लिखकर प्रदेश अध्यक्ष को हटाने की मांग की है।
अमिताभ अग्निहोत्री ने मध्य प्रदेश में लोकसभा चुनाव में हार के लिए जीतू पटवारी को जिम्मेदार ठहराया है। साथ ही उन्होंने यह भी कहा है कि अगर उन्हें जल्द ही पद से नहीं हटाया गया तो अगले चुनाव में पार्टी को 20 सीटें भी नहीं मिलेंगी।
पत्र में कहा गया है कि मप्र कांग्रेस चापलूसों, कट्टरपंथियों और पूंजीपतियों के कारण चुनाव हारी है। लोकसभा चुनाव में पार्टी ने कांग्रेस के 66 विधायकों के क्षेत्रों में से 50 विधायकों के क्षेत्र में कांग्रेस को हार मिली। नर्सिंग घोटाला, आयुष्मान घोटाला, कोरोना घोटाला को जीतू पटवारी चुनावी मुद्दा नहीं बना सके।
मध्य प्रदेश में लोकसभा चुनाव में कांग्रेस को सभी 29 सीटों पर हारी मिली। 2024 के लोकसभा चुनाव में मध्य प्रदेश में मिली करारी हार का दर्द कांग्रेस अभी तक नहीं भूली है। कांग्रेस नेता अपनी हार के लिए कभी अपने ही नेताओं को जिम्मेदार ठहराते हैं तो कभी ईवीएम को। हालांकि इस लोकसभा चुनाव में कांग्रेस को संतोषजनक नतीजे मिलने के बाद से ईवीएम पर कोई आरोप नहीं लगा है। लेकिन इस बीच मध्य प्रदेश के एक कांग्रेस नेता की चिट्ठी ने पूरे सियासी गलियारे को हिलाकर रख दिया है।
अमिताभ अग्निहोत्री का पत्र सामने आने के बाद बीजेपी विधायक भगवानदास सबनानी ने अपनी प्रतिक्रिया दी है. भगवानदास का कहना है कि कांग्रेस में अंदरूनी लड़ाई चल रही है। गौरतलब है कि लोकसभा चुनाव पूर्व सीएम कमलनाथ के गढ़ छिंदवाड़ा में भी कांग्रेस को हार का सामना करना पड़ा। यहां 30 साल से ज्यादा समय से कांग्रेस के उम्मीदवार जीतते रहे।