मध्य प्रदेश के पूर्व विधानसभा उपाध्यक्ष और कांग्रेस विधायक राजेंद्र कुमार सिंह का विवादित बयान सामने आया है। एक कार्यक्रम में भाजपा को घेरने के प्रयास में उन्होंने साधु-संतों पर हमला बोला और कहा कि साधु-संत बैलों की तरह फसल चर रहे हैं। यह मामला सतना जिले से सामने आया है।
सतना के होटल भरहुत में कार्यकर्ता सम्मेलन का आयोजन किया गया। यहां कांग्रेस विधायक और विधानसभा के पूर्व उपाध्यक्ष डॉ. राजेंद्र कुमार सिंह ने साधु-संतों पर विवादित टिप्पणी की। भाजपा को घेरने के प्रयास में उन्होंने ऐसी बातें कहीं जिससे साधु-संत नाराज हो गए।
इसे लेकर बीजेपी नेता ने नरेंद्र सलूजा ने कड़ा विरोध जताते हुए अपने X हैंडल पर एक पोस्ट शेयर करते हुए लिखा है, कि
कांग्रेस की साधु-संत-महामंडलेश्वर के बारे में गंदी सोच देखिये.... उनकी तुलना सांड से कर रहे है...? बेहद निंदनीय, बेहद आपत्तिजनक....
कांग्रेस के वरिष्ठ विधायक और पूर्व विधानसभा उपाध्यक्ष राजेन्द्र सिंह ने यह बात कांग्रेस के प्रभारी हरीश चौधरी और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी की मौजूदगी में सतना में कांग्रेस कार्यकर्ता सम्मेलन में कही लेकिन किसी ने भी उन्हें इस बयान पर रोका-टोका नहीं.... उन्होंने इसके साथ ही महाकुंभ को लेकर भी गलत बाते कही.... इससे समझा जा सकता है कि पूरी कांग्रेस की भी यही सोच है, साधु-संतों के बारे में यही विचार है...
यह वही लोग है जो पहले भी सनातन धर्म का मजाक उड़ाते रहते है... उसकी तुलना डेंगू- मलेरिया से कर चुके है... महाकुंभ की आस्था की डुबकी का भी मजाक उड़ा चुके है... भगवा को आतंकवाद से जोड़ चुके है... तुष्टिकरण के चलते कांग्रेस किस हद तक गिर रही है , यह उसका उदाहरण है... कांग्रेस नेतृत्व इस बयान पर अविलंब माफ़ी मांगे और ऐसे विधायक को तत्काल पार्टी से बाहर करे...
मध्य प्रदेश बीजेपी ने भी अपने सोशल मीडिया हैंडल पर पोस्ट शेयर करते हुए कांग्रेस नेता की कड़ी आलोचना की है पोस्ट में लिखा है, कि
कभी सनातन की तुलना मलेरिया - डेंगू से तो कभी भगवा की आतंकवाद से और अब साधु-संत को सांड बता रही कांग्रेस! कांग्रेस विधायक राजेन्द्र कुमार सिंह ने पीसीसी अध्यक्ष जीतू पटवारी और प्रभारी हरीश चौधरी की उपस्थिति में साधु-संतों को अपमानित कर कांग्रेस की सनातन विरोधी मानसिकता को एक बार फिर उजागर किया है। यही कारण है कि जनता देशभर से कांग्रेस को साफ करती जा रही है।
राजेंद्र कुमार सिंह ने कहा कि भाजपा हिंदुत्व के एजेंडे पर आगे बढ़ रही है। गोलवलकर, श्यामा प्रसाद और उनके लोगों द्वारा बोए गए हिंदुत्व के बीज अब एक पौधे के रूप में विकसित हो चुके हैं। यह एक पेड़ बन रहा है, उस विचारधारा को आगे बढ़ाने के लिए कुछ ऐसा हुआ है।
उन्होंने कहा कि पहले राम मंदिर आया और फिर महाकुंभ आया। मेरा अनुमान है कि 120 मिलियन से अधिक लोग अभी भी वहां से नहीं गए हैं। लेकिन व्हाट्सएप यूनिवर्सिटी ने इसे 600 मिलियन लोगों के दिमाग में डाल दिया। तब साधु, तपस्वी, बाबा, संन्यासी और महामंडलेश्वर लोगों के बीच ही रहते थे। जाओ और सनातन धर्म की बात करो, हिंदुत्व का प्रचार करो, भाजपा का प्रचार करो और ये बैल दूसरों के खेत चर रहे हैं। भारत की धर्मनिरपेक्षता, सभी धर्मों के प्रति समानता, समाजवाद और हमारी संवैधानिक संस्थाओं की पहचान ख़त्म हो रही है। यह एक बड़ी चुनौती है।