मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने अस्पताल पहुंचकर मॉक ड्रिल के दौरान ग्रेनेड विस्फोट में घायल जवानों का हालचाल जाना। इस दौरान उनके साथ पुलिस के आला अधिकारी भी मौजूद रहे। सीएम डॉ. मोहन ने कहा कि वे मॉक ड्रिल के दौरान घायल जवानों से मिलने आए थे। उन्होंने उनके अच्छे इलाज के निर्देश दिए हैं। वे उनके परिजनों से भी मिले।

सीएम ने कहा, भोपाल में हुई घटना में घायल एक व्यक्ति के बच्चे ने भी मुझसे अपने पिता से मिलने का अनुरोध किया था, मैं उनसे भी मिला हूं। एक जवान की आंख में गंभीर चोट आई है, मैंने जांच के आदेश भी दिए हैं। मॉक ड्रिल के दौरान ऐसी घटना क्यों हुई, मैंने कहा है कि जो भी दोषी होगा उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी, पूरी सरकार जवानों के साथ खड़ी है।

आपको बता दें, कि राजधानी भोपाल की 25वीं बटालियन में गुरुवार 15 मई को मॉक ड्रिल के दौरान बड़ा हादसा हो गया। अभ्यास के दौरान अचानक हैंड ग्रेनेड फट गया, जिससे दो पुलिसकर्मी गंभीर रूप से घायल हो गए। घायलों में हेड कांस्टेबल विशाल सिंह और कांस्टेबल संतोष कुमार शामिल हैं। बताया जा रहा है कि विशाल सिंह की हालत बेहद गंभीर है। दोनों घायलों का चूनाभट्टी स्थित बंसल अस्पताल में इलाज चल रहा है।

पाकिस्तान द्वारा हाल ही में किए गए हमले के बाद पुलिस लगातार पूरे प्रदेश में सुरक्षा व्यवस्था को चाक-चौबंद करने के लिए मॉक ड्रिल कर रही है। इसी कड़ी में भोपाल की 25वीं बटालियन में सुरक्षा अभ्यास का आयोजन किया गया। अभ्यास के दौरान अचानक एक हैंड ग्रेनेड फट गया, जिससे अभ्यास में शामिल दो जवान सीधे घायल हो गए। विस्फोट की आवाज से इलाके में दहशत फैल गई।
घायल जवानों को तुरंत निजी अस्पताल ले जाया गया। डॉक्टरों के मुताबिक विशाल सिंह की हालत गंभीर बनी हुई है। दोनों को इमरजेंसी वार्ड में भर्ती कराया गया है और विशेषज्ञ डॉक्टरों की टीम उनके इलाज में लगी हुई है।
इधर, घटना के बाद पुलिस मुख्यालय ने मामले की जांच के आदेश जारी कर दिए हैं। एक उच्च स्तरीय जांच कमेटी बनाई जा सकती है, जो मॉक ड्रिल के दौरान सुरक्षा प्रोटोकॉल में हुई चूक की जांच करेगी।