पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह का जन्म वर्ष 1932 में ग्राम गाह (अब पंजाब पाकिस्तान) में हुआ था। उन्होंने 1954 में पंजाब यूनिवर्सिटी से मास्टर डिग्री पूरी की। 1962 में ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय से डी.फिल. (डॉक्टरेट) की उपाधि प्राप्त की है। इसके बाद वह 1972 के दौरान वित्त मंत्रालय में मुख्य आर्थिक सलाहकार बने। बाद में 1976 में उन्होंने वित्त मंत्रालय में सचिव का पद भी संभाला, 1982 में उन्हें भारतीय रिजर्व बैंक का गवर्नर नियुक्त किया गया।
आरबीआई गवर्नर, वित्त मंत्री और प्रधान मंत्री के रूप में कार्य करने वाले मनमोहन सिंह को भारत में आर्थिक उदारीकरण के अग्रदूत के रूप में जाना जाता है।
कैंब्रिज यूनिवर्सिटी से पीएचडी और ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी से डी.फिल. मनमोहन सिंह ने कभी लोकसभा चुनाव नहीं लड़ा, लेकिन विभिन्न पदों पर रहकर भारतीय अर्थव्यवस्था में उनका योगदान महत्वपूर्ण है।
1985 में, राजीव गांधी के शासनकाल के दौरान, मनमोहन सिंह को भारत के योजना आयोग के उपाध्यक्ष के रूप में नियुक्त किया गया था। वह पांच साल तक इस पद पर रहे, फिर 1990 में उन्हें प्रधानमंत्री का आर्थिक सलाहकार बनाया गया। इसके बाद जब पीवी नरसिम्हा राव पीएम बने तो उन्होंने 1991 में डॉ. मनमोहन सिंह को वित्त मंत्रालय का स्वतंत्र प्रभार दे दिया।
मनमोहन सिंह ने वित्त मंत्रालय के सचिव, भारतीय रिज़र्व बैंक के गवर्नर और विश्वविद्यालय अनुदान आयोग के अध्यक्ष के रूप में भी कार्य किया। वह 2004 से 2014 के बीच यूपीए-1 और यूपीए-2 सरकार में प्रधानमंत्री पद पर रहे।